उत्तर प्रदेश
लाल रंग का गाउन देखकर भडकी पहली महिला मेयर
शपथ के दौरान पहली महिला मेयर ने गाउन पहनने से कर दिया मना
मेरठ : नगर निगम के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बसपा से मेयर बनी सुनीता वर्मा ने मंच से ही अपने तीखे तेवर दिखाए। उन्हें जब लाल रंग का गाउन पहनने के लिए दिया गया तो उन्होंने उसे पहनने से मना कर दिया और भडक गई। उनका कहना था कि उनके लिए नया गाउन नीले रंग का क्यो नहीं बनाया गया। उन्होंने पहले को कार्यक्रम स्थल पर वंदेमातरम का विरोध किया। इस दौरान हंगामा कर रहे बसपा पार्षदों को शांत करने की बजाए उन्होंने उनका समर्थन किया। इसी बीच जब भाजपाई पार्षदों ने वंदे मातरम गान शुरू किया तो जनप्रतिनिधि अपने स्थान पर खडे हो गए। वंदे मातरम शुरू होते ही प्रशासनिक अधिकारी भी अपने स्थान पर खडे हो गए। लेकिन इसी बीच वंदे मातरम को लेकर हंगामा और विरोध शुरू हो गया। कार्यक्रम स्थल पर ही पक्ष और विपक्ष आमने सामने आ गए।
मेयर ने गाउन पहनने से किया मना
मेरठ मंडल के कमिश्नर डा0 प्रभात कुमार ने जब मेयर पद की शपथ लेने के लिए सुनीता वर्मा को मंच पर बुलाया। मंच पर पहुंची सुनीता वर्मा को शपथ के दौरान गाउन पहनने के लिए दिया गया। जिसको पहनने से सुनीता वर्मा ने मना कर दिया। इस पर भाजपा पार्षदों ने इसे सदन की गरिमा का अपमान बताते हुए विरोध किया। लेकिन सुनीता वर्मा ने बिना गाउन पहने ही शपथ ली। सुनीता वर्मा समर्थकों का कहना था गाउन नीले रंग का होना चाहिए। जबकि गाउन का रंग लाल था। लाल रंग का गाउन देखकर मेयर सुनीता वर्मा ने उसे पहनने से मना कर दिया।
डंडे और झंडे बाहर लेकर बैठने वाले मेयर पति योगेश वर्मा नहीं आए नजर :- मेयर सुनीता वर्मा के पति योगेश वर्मा कार्यक्रम स्थल में कही नजर नहीं आए। इसके अलावा बाहर भी जहां समर्थक खडे थे वहां पर भी उनकी अनुपस्थिति लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रही। यह भी कहा जा रहा था शपथ ग्रहण समारोह स्थल तक उन्हें नहीं पहुंचने दिया गया इसलिए वे नहीं आए। बताते चले कि मेयर पति योगेश वर्मा ने सबसे पहले वंदेमातरम का विरोध किया था। उन्होंने अपने विवादित बयान में कहा था कि वंदे मातरम कहने वालों से वो बाहर निपटेंगे। लेकिन वे खुद ही समारोह स्थल से गायब रहे। जबकि भाजपा पार्षद भीतर वंदे मातरम कहते रहे।