चौपाल लगाकर डीएम गोण्डा ने सुनीं ग्रामीणों की समस्याएं
विकास कार्यो का स्थलीय सत्यापन कर दिए आवश्यक निर्देश, जिलाधिकारी जेबी सिंह ने गरीबों को बांटे कम्बल
गोण्डा : जिलाधिकारी जेबी सिंह ने विकासखण्ड मुजेहना अन्तर्गत ग्राम मेईदूबे में चाौपाल लगाकर गांव में कराए गए विकास कार्यों तथा लाभार्थीपरक योजनाओ का भौतिक सत्यापन किया तथा निर्माण कार्यों की निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए। ग्राम मेईदूबे में सबसे ज्यादा शिकायतें पूर्ति विभाग व आवास से सम्बन्धित प्राप्त हुईं जिनका संज्ञान लेते हुए डीएम ने गांव में छूटे हुए पात्र लाभार्थियों का राशन कार्ड जनवरी माह के प्रथम सप्ताह में कैम्प लगाकर बनवाने के निर्देश जिला पूर्ति अधिकारी को दिए है। इसके अलावा कोटेदार के खिलाफ मिलीं शिकायतों की जांच कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए हैं। गांव में पहंचकर डीएम ने सबसे पहले विभिन्न विभागों की पेंशन योजनाओं जैसे विधवा पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांगजन पेंशन आदि का सत्यापन लाभार्थियों से किया। पूर्ति विभाग की समीक्षा के दौरान ग्रामवासियों ने समुचित ढंग से राशन न देने तथा कई ग्रामवासियों ने राशन न बना होने की शिकायत जिलाधिकारी की। जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए कोटेदार को तलब किया तो पता चला वह मौके से नदारद है। डीएम ने वहीं पर डीएसओ को निर्देश दिए कि प्राप्त शिकायतों की जांच कर रिपोर्ट दें तथा छूटे हुए पात्रों का राशन कार्ड बनवाने के लिए जनपरी 2018 के प्रथम सप्ताह में गांव में कैम्प लगाएं तथा सभी पात्रों का राशन कार्डबनवाने का कार्य कराएं।
आवास की समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि गांव में स्वीकृत 13 आवासों की जांच में तीन लाभार्थी अपात्र पाए गए थे जिनसे रिकबरी कराई गई हैं। गांव की गरीब महिला जगपता ने डीएम को अवगत कराया कि गांव के ही एक दबंग व्यक्ति द्वारा उसकी पट्टे की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया है। डीएम ने तत्काल मौके पर ही एसडीएम सदर को मौका मुआइना कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इसके बाद डीएम ने गांव के प्राथमिक विद्यालय का संयुक्त निरीक्षण किया। विद्यालय में बच्चों से पहाड़ा व अन्य चीजों के बारे मे पूछा तो बच्चों ने जिलाधिकारी को बहुत अच्छा उत्तर दिया। आंगनबाड़ी केन्द्र के निरीक्षण में जिलाधिकारी को पंजीकृत 65 बच्चों के सापेक्ष मात्र आठ बच्चे ही मिले। नाराज इसके अलावा वजन मशीन भी खराब मिली। जिलाधिकारी ने डीपीओ से प्रकरण में जवाब तलब किया है।
इसके उपरान्त डीएम ने पशु अस्पताल तथा पंचायत भवन का भी निरीक्षण किया। पशु अस्पताल के कक्ष अत्यन्त जर्जर पाए गए। डीएम ने क्षेत्र पंचायत से भवन की मरम्मत का कार्य कराए जाने के निर्देश मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दिए हैं। पंचायत भवन भी अत्यन्त जीर्ण स्थिति में पाया गया। वहां पर पशुओं के बांधे जाने का संज्ञान लेते हुए डीएम ने डीपीआरओ सचिव को तत्काल अतिक्रमण हटवाने तथा पंचायत भवन को शीघ्र साफ-सुथरा कराए जाने के निर्देश दिए हैं। निरीक्षण की समाप्ति के उपरान्त जिलाधिकारी व एसडीएम ने गरीबों को निःशुल्क कम्बल वितरित किए। चाौपाल के दौरान एसडीएम सदर अर्चना वर्मा, तहसीलदार एसएन त्रिपाठी, पीडी वीरपाल, डीपीआरओ घनश्याम सागर, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 आर0पी0 यादव, थानाध्यक्ष धानेपुर मनीष पाण्डेय, ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, लेखपाल तथा ग्रामवासी उपस्थित रहे।