12 लाख लगी थी जदयू नेता पप्पू कुशवाहा के जान की कीमत
मोतिहारी। जिले के चकिया थानाक्षेत्र के शीतलपुर निवासी जदयू पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष पप्पू कुशवाहा की जान का सौदा पिछले साल जनवरी के महीने में 12 लाख रुपये में किया गया था। पप्पू की हत्या के लिए 12 लाख की राशि मोतिहारी मुफस्सिल थानाक्षेत्र के ढेकहां निवासी स¨चद्र कुशवाहा ने दी थी। हत्या करने के लिए सुपारी जिले के शातिर बदमाश लक्ष्मी ¨सह और उसके भाई टुन्ना ¨सह को दी गई थी।
यह सनसनी खेज खुलासा पुलिस के हत्थे चढ़े शातिर बदमाश लाल साहेब ने पुलिस को दिए स्वीकारोक्ति बयान में किया है। इस बदमाश ने जिस स्तर पर पुलिस के समक्ष खुलासे किए हैं, उससे पुलिस की बेचैनी बढ़ी है। पुलिस इस बात की पड़ताल कर रही है कि आखिर वह कौन सी वजह थी, जिसके लिए पप्पू की हत्या करनी थी और स¨चद्र ने 12 लाख रुपये की सुपारी दी थी। पुलिस इस मामले से जुड़ी हर कड़ी की पड़ताल कर रही है। याद रहे कि 7 जनवरी 2017 की शाम बाइक सवार चार बदमाशों ने शीतलपुर स्थित पप्पू के आ?वास पर पहुंचकर उसके संदेह में उसके भतीजा आकाश की हत्या गोली मार कर दी थी और भाग निकलने में सफल रहे थे।
लाल साहेब ने पुलिस के समक्ष साफ किया है कि हत्या की सुपारी लेने के बाद चार लोगों ने हत्या की साजिश रची और उन्हीं चार लोगों ने घटना को अंजाम दिया। बदमाश ने साफ किया है कि साजिश व घटना को अंजाम देने में उसके साथ लक्ष्मी ¨सह का भाई टुन्ना उर्फ हरिनारायण ¨सह, पकड़ीदयाल निवासी राकेश ¨सह व कल्याणपुर थानाक्षेत्र के कुमोद कुमार तिवारी उर्फ कुंदन कुमार शामिल थे। पहले चार लोगों ने मिलकर घटना को अंजाम देने के लिए जनवरी-2017 के प्रथम सप्ताह में साजिश की।
साजिश पूरी होने के बाद सात जनवरी को पप्पू के आवास पर पहुंचे। एक बाइक पर मैं (लाल साहेब) और टुन्ना थे जबकि दूसरी बाइक पर कुमोद और राकेश सवार थे। दरवाजे पर पहुंचने के साथ गलती से पप्पू समझकर उसके भतीजा की हत्या कर दी और भाग निकले। इस हत्याकांड के बदले में एक लाख रुपये तत्काल देने के लिए गिरोह के सरगना ने दिए थे।
पुलिस इस मामले को काफी गंभीरता से देख रही है। चकिया थाना की पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड के बारे में अपराधी की स्वीकारोक्ति के बाद अब घटना के प्रत्यक्षदर्शी गवाह और वादी से अपराधियों की पहचान कराएगी। इसके लिए न्यायिक प्रक्रिया शुरू की गई है। पुलिस ने इस मामले में कोर्ट में आवेदन दिया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में जांच की प्रक्रिया पूरी कर सभी अपराधियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा।