देहरादून: हल्द्वानी के एसएसजीआर अस्पताल पर मारे गए छापे में आयकर विभाग को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस कार्रवाई के बाद अस्पताल के निदेशकों ने आयकर विभाग के समक्ष करीब नौ करोड़ रुपये की अघोषित आय सरेंडर कर दी। इसके साथ ही निदेशकों के पांच लॉकरों को खोलने की कार्रवाई की जा रही है। इनमें से एक लॉकर में करीब 18.50 लाख रुपये होने की जानकारी निदेशकों ने दी, हालांकि इस राशि को भी सरेंडर की गई आय का भाग बनाया गया है।
गुरुवार सुबह नौ बजे आयकर की इन्वेस्टिगेशन विंग के करीब 80 कार्मिकों की टीम ने संयुक्त निदेशक प्रदीप कुमार के निर्देशन में अस्पताल और इसके निदेशकों के आवास पर एक साथ छापा मारा था। देर रात तक चली कार्रवाई में आयकर टीम को कई ऐसे दस्तावेज मिले थे, जिसमें हालिया वर्षों में अर्जित की गई अघोषित आय की जानकारी थी।
साथ ही पांच लॉकरों की जानकारी मिलने पर उन्हें सील कर दिया गया था। आयकर विभाग के अधिकारियों ने रात में ही अघोषित आय की गणना शुरू कर दी थी। अघोषित आय को लेकर निदेशकों ने तमाम तर्क दिए, लेकिन दस्तावेजों के आधार पर टीम ने इन्हें खारिज करते हुए अघोषित आय सरेंडर करने को कहा।
इसके बाद निदेशकों ने करीब नौ करोड़ रुपये की अघोषित आय सरेंडर कर दी। इस आय में करीब डेढ़ करोड़ रुपये वर्ष 2013-14 में आयकर के समक्ष घोषित नहीं किए गए थे, जबकि शेष अघोषित आय इसके बाद ही अर्जित किए जाने के प्रमाण आयकर अधिकारियों के हाथ लगे। संयुक्त निदेशक प्रदीप कुमार ने अघोषित आय सरेंडर किए जाने की पुष्टि की है।