उत्तर प्रदेशलखनऊ

‘विश्व हमें देता है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखें’

गणतंत्र दिवस की परेड में अपने उत्तरदायित्व की अपील करेगी सीएमएस की झांकी

लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ इस वर्ष गणतन्त्र दिवस, 26 जनवरी 2018 के पावन अवसर पर अपनी अद्भुत झाँकी के माध्यम से देश एवं विश्व समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्वों को निभाने की अपील प्रस्तुत करने जा रहा है। ‘विश्व हमें देता है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखें’ विषय पर आधारित सी.एम.एस. की यह प्रेरणादायी झाँकी जन-मानस को ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना को आत्मसात करने का संदेश देगी, साथ ही साथ ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ की भावनाओं के अनुसार प्रेम, प्यार, सहयोग एवं सहकार से ओतप्रोत विश्व व्यवस्था का आह्वान भी करेगी। उक्त जानकारी सोमवार को यहाँ सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी ने दी। पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए डा. गाँधी ने बताया कि सी.एम.एस. द्वारा तैयारी की जा रही यह झाँकी वर्तमान विश्व समाज की विषमताओं को देखते हुए अत्यन्त ही समीचीन है, जो धरती के प्रत्येक मुनष्य को एकता की डोर से बाँधती है, लखनऊ की साँस्कृतिक विरासत को भी प्रदर्शित करती है।

झाँकी की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए डा. गाँधी ने बताया कि सी.एम.एस. की झाँकी चार भागों में हैं और सभी भाग एक अनूठे ढंग से मानवता के कल्याण का का संदेश दे रहे हैं। इस झाँकी के प्रथम भाग में दिखाया गया है कि एक बालक अपने सिर पर ग्लोब उठाये भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह संकल्प ले रहा है कि ‘एक दिन दुनियाँ एक करूँगा, धरती स्वर्ग बनाऊँगा’। झाँकी के इसी भाग में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 के विभिन्न सिद्धान्तो को प्रदर्शित किया गया है जिसके माध्यम से वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को चरितार्थ किया जा सकता है। झाँकी के द्वितीय भाग में विभिन्नता में एकता प्रदर्शित करते हुए एक ही छत के नीचे मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर, गुरूद्वारा, बौद्ध विहार, बहाई मंदिर आदि विभिन्न पूजा स्थल दिखाये गये हैं। इसके माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि सभी धर्मों का स्रोत एक ही परमपिता परमात्मा है व सभी धार्मिक ग्रन्थों में दी गई शिक्षाऐं एक ही परमात्मा की तरफ से उस युग की आवश्यकता के अनुसार भेजी गई हैं। इस प्रकार सभी धर्मों का सार मानव मात्र की एकता स्थापित करना है। इसी छत के नीचे सी.एम.एस. के बच्चे ‘विश्व हमें देता है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखें’ गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर रहें है।

झाँकी के तृतीय भाग में ‘विश्व संसद’ का दृश्य दिखाया गया है। यह दृश्य हमें यह संदेश दे रहा है कि दुनिया में शान्ति, सुरक्षा, भाईचारा, प्रेम एवं एकता की स्थापना के लिए एवं निष्पक्ष तथा न्यायपूर्ण विश्व व्यवस्था के नव-निर्माण हेतु वीटो पॉवर रहित ‘विश्व संसद’ का गठन करें। इस ‘विश्व संसद’ द्वारा बनाये गये सभी कानून सभी देशों पर बाध्यकारी होंगे। झाँकी के चौथे भाग में नीदरलैण्ड स्थित ‘इण्टरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्ट्सि’ का दृश्य दिखाया गया है, जो यह संदेश दे रहा है कि विश्व मानवता के कल्याण हेतु अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय को प्रभावशाली बनाया जाए। वर्तमान में इस अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय के निर्णय किसी देश के लिए बाध्यकारी नहीं है। सी.एम.एस. के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल की यह अनूठी झाँकी सम्पूर्ण विश्वसमाज को समर्पित है। झाँकी से प्रेरणा लेकर यदि एक भी नागरिक या बालक विश्व समाज को शान्ति, सहयोग, सौहार्द तथा एकता के सूत्र में पिरोने का संकल्प लेता है तो हमारा प्रयास सार्थक होगा।

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