अन्तर्राष्ट्रीय

अमरीका ने पाक को दी 15 जनवरी तक मोहलत

वॉशिंगटन : आतंकवाद के मुद्दे पर अमरीका ने पाकिस्तान को सिर्फ 15 जनवरी तक की मोहलत देते सुधरने के लिए कहा है। ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान को 27 आतंकियों की लिस्ट सौंपते हुए कहा है कि इन आतंकियों को मारो या गिरफ्तार कर हमें सौंप दो। ये सभी 27 आतंकी हक्कानी नैटवर्क के हैं। हक्कानी नैटवर्क के साथ-साथ लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिद्दीन, जमात उद दावा जैसे आतंकी संगठन भी ट्रंप प्रशासन की रडार पर हैं। पाकिस्तान के पत्रकार सैयद तलत हुसैन ने अपने वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से ये जानकारी दी। उनके ट्वीट के मुताबिक पाक के राजनयिक सूत्रों का कहना है कि आतंकियों पर इस बड़ी कार्रवाई के लिए ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान के साथ कोई पेपर वर्क नहीं किया है।

इस मामले पर सीआईए प्रमुख माइक पॉम्पियो ने कहा है कि हमने पाकिस्तान को यह संदेश देने की कोशिश की है कि अब पहले जैसा नहीं चलेगा। इसीलिए मदद रोककर उन्हें (पाक को) एक मौका दिया गया। अगर वे खुद को बदल लेते हैं और समस्या के समाधान के लिए आगे आते हैं तो अमरीका दोबारा पाकिस्तान के साथ एक साझेदार के तौर पर संबंध बढ़ाने को तैयार है, लेकिन अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो हम अमरीका की सुरक्षा करने जा रहे हैं।
पाकिस्‍तान सरकार ने अपने बचाव में कहा है कि अमरीका, अफगानिस्‍तान में अपनी विफलता का ठीकरा उसके सिर फोड़ रहा है और उसे बलि का बकरा बना रहा है। वहीं पाकिस्‍तान ने अमरीका पर ‘भारत की भाषा’ बोलने का आरोप भी लगाया है। पाकिस्‍तान ने यह भी कहा कि पिछले 16 सालों में अलकायदा के खिलाफ जंग में उसने अमरीका को हर तरह की मदद मुहैया कराई, लेकिन इसके बदले पाकिस्‍तान को अमरीका की ‘आलोचना और अविश्‍वास’ के अतिरिक्‍त कुछ नहीं मिला। वहीं यह भी दावा किया कि वह अपने दम पर आतंकवाद के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है।

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