नई दिल्ली। मुंबई हमले के प्रमुख षडयंत्रकर्ता जकीउर रहमान लखवी को जमानत दिए जाने पर पाकिस्तान के समक्ष कड़ी आपत्ति जताते हुए भारत ने कहा है कि यह रिहाई आतंकी समूहों से बिना किसी झिझक एवं भेदभाव के लड़ने की पाकिस्तान की प्रतिबद्धता को एक मजाक बनाकर रख देगी। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा, बार-बार स्थगन, निलंबन और संबंधित न्यायिक अधिकारियों या गवाहों की अनुपस्थिति की कहानी कई बार सुनाई जा चुकी है और इसके दोहराने की जरूरत नहीं है। जकीउर रहमान को जमानत देने के लिए गुरुवार उठाया गया यह कदम इस पूरी कहानी को एक अलग स्तर पर ले गया है। इसलिए हमने कूटनीतिक माध्यमों के जरिए इस मुद्दे पर पाकिस्तान के समक्ष हमारी कड़ी आपत्ति और भारतीय समाज की भावनाएं प्रेषित कर दी हैं कि इससे पाकिस्तान की उस प्रतिबद्धता का मजाक बनेगा, जिसके तहत उसने बिना किसी झिझक और भेदभाव के आतंकी समूहों से लड़ने की बात कही थी। लखवी उन सात पाकिस्तानी नागरिकों में से एक है जिनपर 2008 के मुंबई हमले की योजना बनाने और इसमें सहयोग देने के आरोप हैं। इस हमले में विदेशियों समेत कुल 166 लोग मारे गए थे। अमेरिका की ओर से आतंकी करार दिए गए 54 वर्षीय लखवी को रावलपिंडी की एक अदालत द्वारा जमानत दिए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान से कहा कि आतंकवाद के प्रति कोई चयनात्मक रवैया नहीं हो सकता। भारत ने अपनी बात पर जोर देते हुए पाकिस्तान से कहा कि आतंकियों के साथ कभी कोई समझौता नहीं किया जा सकता। एजेंसी