जब बस में मिली गंदगी, तो खुद ही परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने लगाई झाड़ू
वाराणसी। सूबे के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के निर्देश के बाद भी परिवहन निगम के अफसरों के सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। जो समस्या उन्हें पहली बार निरीक्षण के दौरान मिली थी वही फिर मिली। न तो बसों में और न ही परिसर में सफाई मिली। कर्मचारियों की समस्याएं भी यथावत रही। अफसर मंत्री के हर सवाल का विकल्प निकालते रहे। हालत यह हो गई कि बसों में गंदगी मिलने पर परिवहन मंत्री को कैंट डिपो में खुद झाड़ू उठाना पड़ा।
झाड़ू मांगते ही परिवहन निगम के अधिकारियों के होश उड़ गए। वे सफाई कराने का भरोसा दिलाते रहे लेकिन मंत्री ने कहा, आप लोग यही चाहते हैं तो मैं खुद झाड़ू लगाऊं। मंत्री हाथ में झाड़ू लिए तो उनसे पहले निगम के अफसर बस में घुस गए और सफाई करने लगे। बस मीरजापुर डिपो की थी। यह दृश्य देख स्टेशन और बसों में खड़े यात्रियों की भीड़ लग गई। मंत्री सोमवार को काशी और कैंट डिपो का निरीक्षण कर रहे थे।
परिवहन मंत्री दोपहर बाद करीब 3.34 बजे काशी डिपो पहुंचे। परिसर में गार्ड से पूछा कितनी बसें रोज आती-जाती हैं। कितने ऐसे चालक हैं जो माह में चार से पांच दिन आते हैं, उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की, नहीं की तो उन्हें बाहर कर रिपोर्ट भेजें। इस दौरान कर्मियों ने समय से मानदेय नहीं मिलने की शिकायत की तो अफसर एक दूसरे को देखने लगे। मंत्री ने शीघ्र मानदेय देने का भरोसा दिलाया।
1500 आबादी वाले गांवों से चले रोडवेज
मंत्री ने कहा कि 1500 आबादी वाले ग्राम पंचायतों से परिवहन निगम की बसें संचालित की जाए। इसके लिए सर्वे कर रिपोर्ट मंगा लिया जाए जिससे गांव के लोग शहर आसानी से आ-जा सके। एआरएम ने कहा कि गांव से बसों के चलाने पर कोई फायदा नहीं है। ऐसे में मंत्री ने कहा, जरूरी नहीं है कि हर जगह से फायदा हो। जरूरी लोगों को बेहतर सुविधा मिले।