स्वास्थ्य

किडनी फेल होने का कारण हो सकती है ड्राई क्लीन

ड्राई क्लीन किए हुए कपड़े आपकी किडनी खराब कर सकते हैं। यह बात अजीब भले ही लगे लेकिन सच है। दरअसल इन कपड़ों में पेरक्लॉरोथिलीन नामक केमिकल रह जाता है। यह एक प्रकार का टॉक्सिक केमिकल होता है। जो हमारी किडनी और लीवर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। यह कार्सिनॉजेन की तरह भी काम करता है जो कैंसर को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार होते हैं। यह जानकारी हाल ही एक एनजीओ द्वारा दी गई। टॉक्सिक लिंक द्वारा ‘क्लीनिंग क्लॉथ: बट वॉट अवाउट इंवाइरनमेंट ऐंड हेल्थ’ में बताया गया है कि दिल्ली और कोलकाता से कलेक्ट किए गए 75 पर्सेंट सेंपल्स में पीईआरसी कंटेट पाया गया। किडनी फेल होने का कारण हो सकती है ड्राई क्लीन

 ड्राईक्लीन के लिए प्रयोग किए जानेवाले पेरक्लॉरोथिलीन को दुनियभर में मानव जीवन और पर्यावरण के लिए एक टॉक्सिक के रबप में जाना जाता है। लेकिन हमारे देश में इसे ड्राइक्लीन के लिए प्रयोग किए जाने के कोई मानक निर्धारित नहीं है। ऐसे में लंबे समय तक इनका प्रयोग शरीर और वातावरण दोनों के लिए हानिकारक है। इस सर्वे में दिल्ली और कोलकाता के 20 ड्राई क्लिनर्स को शामिल किया गया, जिनमें से 15 के पास से कलेक्ट किए गए सेंपल्स में पेरक्लॉरोथिलीन की मात्रा हानिकारक स्तर पर पाई गई। 

जब आप ड्राईक्लीन किए हुए कपड़ों की पैकिंग खोलते हैं पेरक्लॉरोथिलीन के अव्यव को अनजाने में ही सांस के जरिए अंदर ले लेते हैं क्योंकि कपड़े साफ होने के बाद भी ये हानिकारक मात्रा में कपड़ों में रह सकता है। ऐसे में आप जहर भरी हवा को फेफड़ों में भेज रहे होते हैं। शोधकर्ताओं ने यह भी कहा कि कई ड्राईक्लीनर्स को इस केमिकल के सही उपयोग के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। ऐसे में वह अपनी सेहत को नुकसान पहुंचा रहे हैं। 

टॉक्सिक्स लिंक के डायरेक्टर संतीश सिन्हा के अनुसार ‘जिन डाइक्लीनर्स को इस शोध में शामिल किया गया, उनमें से ज्यादातर ने इस बात को स्वीकारा कि यूज के बाद वे इसके डिस्पॉजल्स को डस्टबिन या नाली में फेंक देते हैं। जो कि बेहद हानिकारक है। दुनिया के कई देशों में इसके प्रयोग के लिए कई नियम हैं, जिनका कड़ाई से पालन किया जाता है। लेकिन हमारे देश में कोई नियम नहीं है, जो कि बेहद हानिकरक है।’ 

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