कई बॉलीवुड फिल्मों और टीवी शोज पर यह आरोप लगाया जाता है कि उन्हें देखकर अपराधियों को क्राइम करने के नए-नए तरीके सूझते हैं. इस मामले पर क्राइम पेट्रोल के होस्ट अनूप सोनी का मानना है कि जो ऐसे शोज और फिल्म देखकर प्रेरणा लेते हैं वो बेवकूफ होते हैं.
उन पर इस शो का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है. उन्होंने कहा- यह शो देखने के बाद यदि कोई अपराध करता है तो वो बेवकूफ है और इस लॉजिक से मुझे सबसे पहले अपराध करना चाहिए क्योंकि मैं सारे 1,600 एपिसोड में हूं. मुझे अपराध करने के सारे उपाय सीख लेना चाहिए… यह सब बहाने हैं.
IANS से बात करते हुए अनूप ने कहा- यह आप पर निर्भर करता है कि आप कौन से रास्ते पर चलना चाहते हैं. सारे ड्रामे में अपराधी या को अंत में पकड़े जाते हैं या तो बहुत जल्द पकड़े जाते हैं. हमारे देश के हाई प्रोफाइल केसेज पर का उदाहरण लीजिए, सभी आखिरकार सामने आ रहे हैं… अपराध हमेशा निशान छोड़ देता है.
उन्होंने कहा कि शुरुआत में ऐसे एपिसोड करके मैं डिस्टर्ब हो जाता था, लेकिन बाद में मुझे एहसास हुआ कि इससे मेरी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आए हैं. जिंदगी के प्रति मेरा नजरिया बदल गया है. मैं बहुत पॉजिटिव हो गया हूं.
1,600 एपिसोड पूरे करने के बाद भी अनूप इसे सेलिब्रेट नहीं करना चाहते हैं. उनका मानना है कि क्राइम शो के एपिसोड को सेलिब्रेट करना अच्छी बात नहीं है. हालांकि उन्हें इस बात की खुशी है कि इस शो से लोगों की जिंदगी में बदलाव आए हैं.
उन्होंने कहा- शो को ऑडियंस ने अच्छी तरह से अपनाया है. यह करीब साढ़े दस साल से चल रहा है और मैं इसे लंबे समय से एंकर कर रहा हूं. लोगों से जो फी़डबैक मिलते हैं उससे बहुत संतुष्टि मिलती है.