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IPL: एक कान से सुन नहीं सकते, अब कोहली की टीम में शामिल

ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर को आईपीएल 2018 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने तीन करोड़ बीस लाख रुपये में खरीद लिया। 18 साल के इस खिलाड़ी ने श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला इंटरनैशनल मैच खेला था। IPL-10 में स्टीव स्मिथ की कप्तानी वाली पुणे सुपरजाइंट्स वॉशिंगटन सुंदर की बदौलत ही फाइनल तक का सफर तय कर पाई थी। इस बार की ऊंची बोली ने यह भी बता दिया कि वह अब भी सबकी नजरों में बने हुए हैं। जानिए वॉशिंगटन के बारे में कुछ बातें।IPL: एक कान से सुन नहीं सकते, अब कोहली की टीम में शामिल

खबरों में मुताबिक, वॉशिंगटन सुंदर एक कान से ही सुन सकते हैं। अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में वॉशिंगटन सुंदर का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। इसको लेकर ट्विटर पर उनके नाम का काफी मजाक उड़ाया गया था। लेकिन उनके नाम के पीछे की कहनी अपने आप में खास है। 

नाम के पीछे की कहानी 
वॉशिंगटन का नाम उनके पिता ने रखा था। उनके पिता के एक गुरु थे जो कि आर्मी में थे। उनका नाम पीडी वॉशिंगटन था। सुंदर के पिता भी बचपन में क्रिकेट खेलते थे, लेकिन उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। उस वक्त पीडी वॉशिंगटन ने सुंदर के पिता की काफी मदद की थी। ऐसे में पीडी वॉशिंगटन को आदर देने के लिए सुंदर के पिता ने उनका नाम वॉशिंगटन रख दिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर उनके एक और बेटा होता तो वह उसका नाम वॉशिंगटन जूनियर रखते। 

रेकॉर्ड 
वॉशिंगटन ने दिसंबर 2017 में पहला टी-20 खेला था। उस मैच को खेलने के साथ ही वॉशिंगटन भारत के यंगेस्ट टी-20 प्लेयर बन गए थे। इससे पहले तक यह रेकॉर्ड ऋषभ पंत के नाम था। वॉशिंगटन ने 18 साल और 80 दिन की उम्र में डेब्यू किया। इससे पहले उन्होंने आईपीएल 10 में सबसे कम उम्र में ‘मैन ऑफ द मैच’ बनने का रेकॉर्ड भी अपने नाम किया था। तब वॉशिंटन सिर्फ 17 साल के थे। फिलहाल वह तमिलनाडु की टीम के लिए ओपनिंग करते हैं और हाल में सय्यद मुश्ताक अली ट्ऱॉफी में भी उन्होंने हिस्सा लिया था। 

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