उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के सांवणी गांव में गुरुवार रात आग लगने से लगभग 40 घर जलकर राख हो गए। इस गांव में सभी मकान लकड़ी के बने थे। आग का कारण कुछ ऐसा बताया जा रहा है, जिसे सुनकर हर कोई चौंक जाएगा।
कहा जा रहा है कि सर्द रात में ठंड से बचने के लिए किसी एक घर में आग जलाई गई थी, जो पूरे गांव में फैल गई। लकड़ी के घर होने के कारण आग तेजी से फैली। ऐसे में ग्रामीण तो बच्चों और बुजुर्गों को लेकर खेतों की ओर भाग गए लेकिन मवेशी गांव में ही रह गए।
वक्त पर नहीं पहुंच पाया प्रशासन
आग में जल जाने से तकरीबन 100 जानवरों की मौत हो गई है। दुर्गम इलाका होने के कारण शुक्रवार की सुबह तक प्रशासन की टीम गांव में पहुंच सकी।
आग में जल जाने से तकरीबन 100 जानवरों की मौत हो गई है। दुर्गम इलाका होने के कारण शुक्रवार की सुबह तक प्रशासन की टीम गांव में पहुंच सकी।
दुर्घटना के बारे में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी जिलाधिकारी को राहत और सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘उत्तरकाशी के सावणी गांव में हुए अग्निकांड पर दुःख व्यक्त करता हूं। प्रभावित परिवारों को युद्धस्तर पर राहत व सहायता पहुंचाने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए हैं। प्रभावितों को आवश्यक दवाईयां व चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश सीएमओ को दिए हैं।’