जम्मू। जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर भाजपा और पीडीपी के बीच बात आगे बढ़ी है लेकिन मुख्यमंत्री को लेकर पेच फंसा हुआ है। पीडीपी फिलहाल भाजपा के सीएम और तीन-तीन साल दोनों के मुख्यमंत्री जैसे विकल्पों पर तैयार नहीं है। जम्मू-कश्मीर भाजपा नेताओं ने गुरुवार को राज्यपाल एनएन बोहरा से मुलाकात कर स्थायी सरकार के गठन के लिए कुछ और समय की मांग की है। डिप्टी सीएम व दो राज्यसभा सीटों की पेशकश: पीडीपी ने भाजपा के पास संदेश भिजवाया है कि वह उसे डिप्टी सीएम पद के साथ अगले माह होने वाले राज्यसभा चुनावों में दो सीटें दे सकती है। चूंकि दोनों दलों में अभी सीधे तौर पर कोई बात नहीं हुई है, इसलिए सरकार के गठन का कोई फार्मूला तैयार नहीं हो सका है। भाजपा के बिना सरकार नहीं: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह व राज्य में भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार महासचिव राम माधव ने संकेत दिए हैं कि भाजपा के बिना कोई सरकार नहीं बन पाएगी। सूत्रों के अनुसार सरकार गठन के मामले पर शाह, अरुण जेटली व राम माधव के बीच मंत्रणा भी हुई है, जिसमें सारे विकल्पों पर चर्चा की गई है। भाजपा का मुख्यमंत्री न बनने की स्थिति में पार्टी की पूरी कोशिश रहेगी कि राज्य में ऐसी किसी भी सरकार का गठन न हो जिसमें कांग्रेस सरकार के भीतर या बाहर समर्थन दे। एजेंसी