पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अक्षय ऊर्जा अपनायें : बृजेश पाठक
लखनऊ। आर्यकुल ग्रुप ऑफ कालेज में ‘रिन्यूएबल एनर्जी प्रेजेंट एंड फ्यूचर पर्सपेक्टिव्स इन रिसर्च एंड इंडस्ट्रीज’ विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक, लविवि के कुलपति प्रो.एस.पी. सिंह, केंद्र सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के सलाहकार डॉ. सुहैल अख्तर, उ.प्र. मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष प्रांशु मिश्रा, सेमिनार के संयोजक सशक्त सिंह, विज्ञान भारती व आर्यकुल के निदेशक शोध डॉ. रविकांत ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। सभी विशिष्ट अतिथियों को स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए प्रदेश के कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि हमें पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए अक्षय ऊर्जा के संसाधनों को प्रयोग में लाना होगा । श्री पाठक ने बताया कि अभी इंवेस्टर सब्मिट में वैकल्पिक मंत्रालय द्वारा इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा धन मुहैया कराया गया था, जिससे कि प्रदेश में वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में उन्नति हो सके और अधिक से अधिक इसका प्रयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमारे देश की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए हमें देश के बारे में ही सोचना चाहिए न केवल अपने बारे में और अधिक से अधिक अक्षय ऊर्जा का प्रयोग करके प्रकृति की रक्षा करनी चाहिए तभी हमारा प्रदेश और देश उन्नति कर सकेगा। इसके साथ ही नन्हें कलाकार के तौर पर सुचिता द्वारा वैकल्पिक ऊर्जा से सम्बन्धित चित्रण प्रस्तुत किया जिसकी यहां उपस्थित अतिथितों ने भूरि-भूरि प्रषंसा की और साथ ही आर्यकुल के प्रबंध निदेशक सशक्त सिंह ने सेमिनार में आये सभी अतिथियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस कालेज के संस्थापक के.जी. सिंह ने कड़ी मेहनत के बल पर पूरे कालेज को हरा-भरा रखा है। ऊर्जा स्रोतों का उचित उपयोग बनाए रखने के लिए समय की मांग है, क्योंकि पर्यावरण में तेजी से हो रही गिरावट की समस्या का समाधान अक्षय ऊर्जा स्रोतों को अपनाकर ही किया जा सकता है। अक्षय ऊर्जा स्रोतों को अपना कर हमारे भारत का भविष्य पूरी तरह से सुरक्षित होगा। जो कि नये भारत निर्माण में उपयोगी सिद्ध होगा। इसी के साथ लविवि के कुलपति प्रो.एस.पी. सिंह ने बोलते हुए कहा कि भारत को इस समय सबसे ज्यादा अक्षय ऊर्जा की ही आवश्यकता है। इसके बारे में जागरूकता फैलाना बहुत ही जरूरी है, जिससे कि पूरे समाज में अक्षय ऊर्जा के प्रति विष्वास बना रहे और सामाजिक रूप में अक्षय ऊर्जा के प्राति जागरूकता आये। ऊर्जा की खपत ज्यादा है सरकार द्वारा भी वैकल्पिक ऊर्जा के प्रयोग को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। उ.प्र.मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष प्रांशु मिश्रा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि 2022 तक भारत अक्षय ऊर्जा के प्रयोग में बहुत आगे निकल जायेगा जिससे हमारे देश ही नहीं बल्कि पूरे विष्व प्रदूषण के रोकथाम में मदद मिलेगी। प्रो. सुहैल अख्तर सलाहकार ऊर्जा मंत्रालय ने बोलते हुए कहा कि हमारे द्वारा प्रयोग की जाने वाली ऊर्जा खपत आादि के बारे में विस्तार से बताया साथ ही सोलर ऊर्जा के बारे में बताते हुए उसके आसान प्रयोग और पहुंच के बारे में बताया। डॉ.मीनाक्षी सिंह मानव सेवा संस्थान ने बताया कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में जो भी शोध हुए हैं, हमें उन शोधों को सार्वजनिक करना चाहिए, जिससे कि आम जनता को भी इन शोधों से निकले निष्कर्ष की जानकारी हो सके और साथ ही जो भी शोध इन विषयों पर होने चाहिए वह आम जनता से जुड़े अवष्य होने चाहिए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से कालेज के रजिस्ट्रार सुदेश तिवारी, प्राचार्य डी.एम. त्रिपाठी, अंकिता अग्रवाल, नेहा वर्मा, डॉ. आदित्य सिंह, डॉ. स्तुति वर्मा, डॉ.शशांक तिवारी, डॉ. नवनीत, बी.के. सिंह, डॉ. संजय यादव, शिवभद्रा सिंह, प्रियंका केसरवानी, रश्मि सागर, निधि कुमारी, स्वाती सिंह, संचालिका मिश्रा, आशुतोष यादव, आकांक्षा सिंह, विनीता दूबे, सिद्धार्थ महन्ता, अब्दुल रब खान, सिद्धार्थ राजेन्द्र, शशांक मेहरोत्रा, एस.सी. तिवारी, रवि पाठक, गीता मिश्रा, नीलम भास्कर, धनेश प्रताप सिंह, प्रणव पाण्डेय, पंकज यादव, हर्ष नारायण सिंह, रोहित वर्मा, अंकुर, मोनी, कल्याणी, खुशबू, सर्वजीत, कौशल समेत कई लोग कार्यक्रम में मौजूूद रहे।