अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि 2021 का महाकुंभ संत- महापुरुषों के सानिध्य में संपन्न होगा। कहा कि फर्जी संतों पर परिषद 16 मार्च को अहम फैसला लेगी।
श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े में मीडिया कर्मियों से रूबरू परिषद अध्यक्ष ने कहा कि 2021 के महाकुंभ मेले की व्यवस्थाओं को लेकर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से गहन वार्ता हुई है। उन्होंने सीएम व सरकार से मांग की है कि कुंभ मेला क्षेत्र का विस्तार जल्द किया जाए ताकि भविष्य में आयोजन को लेकर दिक्कत न हो।
कहा कि महाकुंभ से पहले हरकी पैड़ी का सुदंरीकरण जल्द से जल्द करने के साथ ही निर्माण कार्य 2020 तक हर हाल में पूरे किए जाएं। कहा कि महंत व संतों के लिए अस्थायी व्यवस्था के बजाय उज्जैन की तर्ज पर स्थायी निर्माण किए जाएं।
धर्मनगरी में मुफ्त सिटी बसें संचालित करने की भी मांग
इससे सरकार को हर मेले में करोड़ों खर्च नहीं करने पड़ेंगे और संत- महंतों को भी बेहतर सुविधाएं मिल सकेगी। कहा कि संतों महात्माओं के लिए कुंभ क्षेत्र के नजदीक ही पार्किंग होनी चाहिए। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए धर्मनगरी में मुफ्त सिटी बसें संचालित करने की भी मांग की।
श्री राम मंदिर निर्माण के मसले पर कहा कि न्यायालय में मामला विचाराधीन है। आर्ट आफ लिविंग संस्थापक श्रीश्री रविशंकर के बयानों कि निंदा करते हुए कहा कि उन्हें कोई अधिकार ही नहीं है कि वे वो इस मामले को लेकर बयानबाजी करें।
श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने यह भी कहा कि 16 मार्च को इलाहाबाद में पंचायती बड़ा उदासीन की ओर से सभी 13 अखाड़ों के संत- महंतों के सानिध्य में एक अहम बैठक होगी, जिसमें फर्जी संतों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। कहा कि कुछ कथित फर्जी संत धर्म की आड़ लेकर सनातन परंपराओं को ठेस पहुंचा रहे हैं। इस अवसर पर महंत रविंद्र पुरी, महंत धर्मराज भारती, महंत डोगर गिरि, महंत राजेश्वर वन, स्वामी रामानंद पुरी, स्वामी रामरतन गिरि, महंत लखन गिरि, स्वामी आशुतोष पुरी, सचिव स्वामी आशीष गिरि समेत कई संत उपस्थित थे।