गोरखपुर / फूलपुर उपचुनाव 2018 : क्या फिर से इतिहास दोहराएगी सपा ?
गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना का कार्य जारी है. दोनों ही सीटों पर सपा के उम्मीदवारों ने भाजपा प्रत्याशियों को पछाड़ते हुए बढ़त बना ली है. गोरखपुर में सपा उम्मीदवार ने 1521 वोटों बढ़त की बना ली है. यहां सपा उम्मीदवार प्रवीन निषाद को 44,977 वोट मिले हैं, वहीं बीजेपी प्रत्याशी उपेंद्र शुक्ला को अब तक 43,456 वोट हासिल हुए. वहीं फूलपुर में भी सपा के नागेंद्र पटेल 12000 वोटों से आगे चल रहे हैं.
सपा के इस पलटवार को देखते हुए सम्भावना जताई जा रही है कि सपा 23 साल पुराना इतिहास दोहरा सकती है. जैसे 1993 में मुलायम सिंह यादव और बसपा के संस्थापक कांशीराम ने साथ आकर बीजेपी को धूल चटाई थी. 2019 चुनाव से पहले फूलपुर और गोरखपुर के उपचुनाव को सेमीफाइनल माना जा रहा है इसलिए मायावती ने 23 साल पुरानी दुश्मनी को भुलाकर को अखिलेश यादव से हाथ मिला लिया है और उत्तर प्रदेश की दोनों सीटों पर सपा का समर्थन कर रही है.
लेकिन बसपा अध्यक्ष मायावती इसे गठबंधन नहीं बल्कि वोट शेयर के लिए किया गया तालमेल कह रही हैं. हालांकि मायावती इस गठबंधन को लेकर जल्दबाजी के मूड में नहीं दिखाई दे रही हैं. यही वजह है कि वो इस गठबंधन को फिलहाल राज्यसभा चुनाव और लोकसभा उपचुनाव तक ही सीमित रखना चाहती हैं. उन्होंने कहा, ‘2019 के लोकसभा चुनाव से इस गठबंधन का कोई लेना-देना नहीं है. अब देखना यह है कि, हाथी और साइकिल का यह गठबंधन उत्तरप्रदेश में कमल को उखाड़ पाएगा या नहीं ?