अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान की परेड में पहली बार शामिल हुआ भारत, आखिर क्या हो सकती है वजह…

पाकिस्तान से छपने वाले उर्दू अखबारों में इस हफ्ते विवादास्पद पुलिस अधिकारी राव अनवार की गिरफ्तारी, पाकिस्तान का ‘नेशनल डे’ और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का बयान सुर्खियों में रहा। पाकिस्तान हर साल 23 मार्च को अपना ‘नेशनल डे’ (राष्ट्रीय दिवस) मनाता है। साल 1940 को इसी दिन मुस्लिम लीग पार्टी ने लाहौर में एक प्रस्ताव पास किया था जिसमें भारत से अलग एक आजाद देश बनाने की बात कही गई थी जिसे बाद में पाकिस्तान का नाम दिया गया था।पाकिस्तान की परेड में पहली बार शामिल हुआ भारत

राष्ट्रीय दिवस पर हुई खास पहल

अखबार ‘एक्सप्रेस’ के मुताबिक 78वें ‘नेशनल डे’ के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने भारत का नाम लिए बगैर कहा कि एक पड़ोसी मुल्क के गैर-जिम्मेदाराना रवैये से पूरे क्षेत्र की शांति दाव पर लग गई है। उन्होंने कहा, “शांति की इच्छा को हमारी कमजोरी न समझा जाए। पाकिस्तान कश्मीरियों की हिमायत (समर्थन) जारी रखेगा। आजादी की तहरीक (आंदोलन) को ताकत के बल पर नहीं दबाया जा सकता।”

पाकिस्तानी सेना

अखबार ‘जंग’ के मुताबिक पाकिस्तान विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट कर कहा है कि भारत ने अगर कोई गैर-जिम्मेदाराना कदम उठाया तो पाकिस्तान उसका मुनासिब जवाब देगा। एक तरफ जहां पाकिस्तानी नेताओं ने अपने राष्ट्रीय दिवस के मौके पर भारत के खिलाफ बयानबाजी की वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी सेना ने दोनों देश के बीच संबंध सुधारने के लिए एक अनोखा कदम उठाया।

क्षेत्र में शांति

अखबार ‘एक्सप्रेस’ के अनुसार इस्लामाबाद परेड ग्राउंड में हुए पाकिस्तानी सेना की परेड में भारतीय उच्चायोग के राजनयिकों और आला अधिकारियों को भी बुलाया गया था। अखबार के अनुसार पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा की निजी इच्छा पर भारतीयों को परेड में शामिल होने की दावत दी गई थी। अखबार का कहना है कि दोनों देशों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। अखबार के अनुसार इस कदम से पाकिस्तान ने भारत को संदेश देने की कोशिश की है कि वो क्षेत्र में शांति चाहता है।

 चीफ जस्टिस का बयान
इस अवसर पर पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार का बयान भी सारे अखबारों में छाया हुआ है। अखबार ‘दुनिया’ के अनुसार मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार ने एक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उनके होते हुए सिर्फ कानून का राज चलेगा और तानाशाही के बारे में कोई सपने में नहीं सोच सकता। उनका कहना था, “मुल्क में सिर्फ एक ही शासन प्रणाली है और वो है लोकतंत्र, लोकतंत्र और सिर्फ लोकतंत्र। इसे पटरी से नहीं उतरने देंगे।” पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों को विश्वास दिलाते हुए मुख्य न्यायाधीश ने कहा, “अल्पसंख्यक न्यायपालिका की जान हैं जिनके अधिकारों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है।”

पुलिस अधिकारी राव अनवार की गिरफ्तारी

दो महीने से फरार सिंध पुलिस के पूर्व एसएसपी ने आखिरकार बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सरेंडर किया जिसके फौरन बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। राव अनवार पर आरोप है कि उन्होंने कराची में 27 साल के नकीबुल्लाह महसूद और उनके तीन साथियों को तालिबान चरमपंथी बताकर फर्जी मुठभेड़ में मार दिया था। लेकिन जब नकीबुल्लाह के परिवार वालों ने विरोध प्रदर्शन किया तो जांच हुई जिसमें नकीबुल्लाह को बेगुनाह पाया गया। अदालत ने उनके खिलाफ वॉरंट जारी किया, लेकिन वो दो महीने से फरार थे। अखबार ‘जंग’ के मुताबिक उन्हें गिरफ्तार कर कराची ले जाया गया है। 58 साल के राव अनवार ने अपने 35 साल के पुलिस करियर में 444 लोगों को मुठभेड़ में मारा है।

हुसैन हक्कानी के खिलाफ मुकदमा दर्ज

‘रोजनामा खबरें’ के अनुसार मेमोगेट मामले में पाकिस्तान ने अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत रह चुके हुसैन हक्कानी को अमेरिका से गिरफ्तार कर पाकिस्तान लाने के लिए इंटरपोल से मदद मांगी है। हक्कानी पाकिस्तान नहीं जाते हैं, लेकिन वो भारत समेत दुनिया भर के कई देशों में आजादी के साथ घूमते हैं। लेकिन अब पाकिस्तान ने उनकी गिरफ्तारी के लिए मुहिम तेज कर दी है।

 
 

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