बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में रांची में जेल की सजा काट रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद को विशेष इलाज के लिए गुरुवार को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया. केन्द्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने एम्स जाकर लालू से मुलाकात की और उनकी तबीयत के बारे में मालुमात हासिल की.
मंत्री ने ट्वीट कर लालू यादव से मुलाकात की जानकारी दी. उनकी इस मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर एनडीए गठबंधन से अलग होने की अटकलें शुरू हो गईं. हालांकि, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के संस्थापक और बिहार के काराकट से सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने कुछ और नहीं कहा. बता दें कि RLSP केंद्र की एनडीए सरकार में भागीदार है.
गौर हो कि इससे पहले RLSP द्वारा पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में आरजेडी के कई सदस्य देखे गए थे. इस घटना के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कुशवाहा से मुलाकात की थी और उन्हें एनडीए सरकार के खिलाफ राजनीतिक दुर्व्यवहार को लेकर सावधान किया था. एक बार फिर कुशवाहा और लालू की इस मुलाकात ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है.
रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) ने लालू को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के लिए रेफर किया था. एम्स के एक चिकित्सक ने बताया, ‘उनकी हालत स्थिर है. उन्हें गुरुवार दोपहर यहां लाया गया. उनके रक्त में शुगर की मात्रा थोड़ी बढ़ी हुई है और उनके गुर्दे में संक्रमण है.’
उन्होंने बताया कि लालू को मेडिसिन विभाग में भर्ती कराया गया है. लालू को बेचैनी की शिकायत के बाद 17 मार्च को राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) में भर्ती कराया गया था.
डॉक्टर्स ने उन्हें विमान के बजाय ट्रेन जाने की सलाह दी थी, क्योंकि उनकी हालात विमान से यात्रा करने की नहीं थी. डॉक्टर ने कहा, ‘उनकी स्थिति विमान से यात्रा करने की नहीं थी और रिम्स के चिकित्सकों ने उन्हें ट्रेन से जाने की सलाह दी थी.’