गंगोत्री हाईवे से जा रहा ट्रक अचानक पुल टूटने की वजह से अचानक गंगा में गिर गया। इसके बाद जो हुआ देखिए…
रविवार सुबह करीब साढ़े दस बजे गंगोत्री हाईवे पर गंगोरी में असी गंगा पर बना वैली ब्रिज भरभरा कर ढह गया। पुल ढहने से गंगोत्री धाम और भारत-चीन सीमावर्ती चौकियों के साथ ही भटवाड़ी प्रखंड के साठ गांवों का देश-दुनिया से सड़क संपर्क टूट गया है।
मौके पर पहुंची प्रशासन और बीआरओ की टीमें यहां असी गंगा में ह्यूम पाइप डालकर वैकल्पिक रास्ता तैयार करने में जुट गई हैं। महज 80 दिन पहले करीब ढाई करोड़ रुपये लागत में बनकर तैयार पुल ढहने से बीआरओ के तकनीकी कौशल पर सवाल उठ रहे हैं। पुल ढहने से 18 अप्रैल से शुरू हो रही आगामी चार धाम यात्रा प्रभावित होने से आशंकित तीर्थ पुरोहितों एवं पर्यटन व्यवसायियों में रोष व्याप्त है।
बता दें कि बीते 14 दिसंबर को दो ओवरलोड ट्रक गुजरने के कारण गंगोरी वैली ब्रिज धराशायी हो गया था। तब बीआरओ ने करीब ढाई करोड़ रुपये लागत से यहां 56 मीटर स्पान का वैली ब्रिज तैयार कर बीते 10 जनवरी से इस पर वाहनों की आवाजाही शुरू करायी थी। इस पुल की भार वहन क्षमता 18 टन है।
रविवार सुबह 10:25 बजे रेत से लदा एक डंपर उत्तरकाशी से भटवाड़ी की ओर जा रहा था। दूसरे छोर पर पहुंचते ही पुल बीचों बीच से मुड़कर ढह गया। जिससे डंपर भी खिसक कर नीचे आ गया। हालांकि हादसे में वाहन चालक को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे एसडीआरएफ के जवानों ने असी गंगा के बीच रस्सी डालकर लोगों को पैदल नदी पार कराने की व्यवस्था की। हादसे के करीब एक घंटे बाद बीआरओ टास्क फोर्स के कमांडर सुनील श्रीवास्तव अन्य अधिकारियों एवं मजदूरों के साथ मौके पर पहुंचे।
बीआरओ ने यहां असी गंगा के बीच ह्यूम पाइप डालकर यातायात की वैकल्पिक व्यवस्था बहाल करने की कवायद शुरू कर दी है। देर शाम तक वैकल्पिक व्यवस्था तो बहाल हो जाएगी, लेकिन इस रास्ते 18 अप्रैल से शुरू हो रही गंगोत्री धाम की यात्रा व्यवस्थित चल पाना मुश्किल है।