कहते हैं कुछ पुरानी चीजें ऐसी होती हैं, जो वापस लौटकर जरूर आती है. उन चीजों के वापस आने से पुराना दौर भी याद आता है. दिल्ली की पुरानी यादों को एक बार फिर से जिन्दा करने के लिए रेलवे 2 से 16 अप्रैल तक होने जा रहे रेलवे वीक सेलिब्रेशन में हेरिटेज इंजनों को फिर से ट्रैक पर लाया जाएगा. स्टीम एक्सप्रेस नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली जंक्शन के बीच 12 और 16 अप्रैल को दौड़ती नजर आएगी.
अभी यह तय नहीं है कि स्टीम एक्सप्रेस में कौन सा इंजन लगाया जाएगा. रेलवे इसे ‘फेयरी क्वीन’ के साथ पूरा करना चाहती है, जो दुनिया का सबसे पुराना वर्किंग इंजन है, लेकिन यदि यह संभव नहीं हो पाया तो इसे अकबर से पूरा करवाया जा सकता है. अकबर का इस्तेमाल कई हिंदी हिट मूवी की शूटिंग में किया जा चुका है, जिसमें सुलतान, भाग मिल्खा भाग और गदर एक प्रेम कथा जैसी फिल्में शामिल हैं. कोयले से चलने वाले यह इंजन रेवाड़ी लोको शेड में मेनटेन किए जा रहे हैं.
रेलवे स्टीम हेरिटेज टूरिज्म के तहत एक वीकली सफर भी इन भाप के इंजनों से शुरू करवाना चाहती है. इसमें इन स्टीम के इंजन को दिल्ली कैंट-गढ़ी हरसरू-फरूखनगर रेलवे लाइन पर दौड़ाया जाएगा. यह रेल रूट भी ऐतिहासिक है. इसे अंग्रेजों ने फरूखनगर में उत्पादित होने वाले नमक की ढुलाई के लिए बनवाया था. हालांकि, समय के साथ इसे मीटर गेज से ब्रॉड गेज में कनवर्ट कर दिया गया है. आने वाले दिनों में हर हफ्ते आम यात्री भी स्टीम सफर का मजा ले सकेंगे.