अमित शाह के निर्देशों की अनदेखी पर सौदान सिंह ने हाईकमान को सौंपी रिपोर्ट
भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह की तीन दिनी भोपाल यात्रा के बाद पार्टी हाईकमान जमीनी हकीकत से रूबरू हुए। यह पहला मौका है जब संगठन महामंत्री रामलाल के बाद किसी दूसरे नेता ने सत्ता-संगठन का इस तरह आकलन किया हो। पार्टी की अंदरूनी बैठकों में सौदान ने इस बात पर हैरानी भी जताई कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के निर्देश पर भी काम नहीं हो रहा।
भोपाल यात्रा के दौरान सौदान ने संकेत दिए थे कि वह 12 अप्रैल के बाद ही इस मुद्दे पर वरिष्ठ स्तर पर विचार-विमर्श करेंगे। इसलिए उम्मीद की जा रही है कि अगले पखवाडे तक संगठन स्तर पर होने वाले निर्णयों की जानकारी सामने आ जाएगी। सह संगठन महामंत्री को उनके करीबियों और पार्टी पदाधिकारियों ने चौंकाने वाले फीडबैक दिए हैं, ये सभी बातें उनकी रिपोर्ट के साथ दिल्ली पहुंच गई
हैरानी की बात यह भी है कि भाजपा अध्यक्ष शाह ने आठ महीने पहले भोपाल प्रवास के दौरान संभागीय प्रभारियों को जो दायित्व सौंपे थे, उस पर भी काम नहीं हो पाया। संगठन और प्रभारी मंत्रियों के दौरे व कार्यकर्ताओं के साथ बैठकों के मामले में भी स्थिति जस की तस है। विधानसभा चुनाव सिर पर हैं, लेकिन अभी तक तैयारियां शुरू नहीं हुई।
एक और महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि बूथ व ब्लॉक स्तर के कार्यकर्ताओं का असंतोष दूर करने की किसी ने जहमत नहीं उठाई। अध्यक्ष और महामंत्री स्तर पर समन्वय की कमजोरी भी सौदान की रिपोर्ट के हिस्सा बनेंगे। प्रदेश में संगठन महामंत्री सुहास भगत को कमान संभाले दो साल हो गए, लेकिन पार्टी के ग्राफ में गिरावट ही नजर आई। भगत प्रभावी साबित नहीं हुए, यह संदेश भी दिल्ली चला गया।