बुढ़ापे में दांतों का खराब होना हेल्थ पर डालता है बुरा असर
लंदन। सफेद और चमकते दांत किसी की भी पर्सनेलिटी में निखार ला सकते हैं। बहुत से लोग पीले दांतों के कारण लोगों के सामने हंसने से बचते हैं या मुंह पर हाथ रखकर हंसते हैं। दांत ज्यादातर उम्र के कारण, दांतों की ठीक से सफाई न होने के कारण, बहुत ज्यादा चाय या कॉफी पीने के कारण अथवा तंबाकू और सिगरेट पीने के ख़राब होने की स्थिति में आ जाते है।
ऐसे में बुढ़ापे में दांतों की समस्या होने से बुजुर्गों में दुर्बलता का जोखिम बढ़ने का खतरा होता है। शोधार्थियों ने तीन साल तक अध्ययन कर पता लगाया है कि मुंह के खराब स्वास्थ्य होने से बूढ़े लोगों के और दुर्बल होने की सम्भावना बढ़ जाती है। 40 से 59 उम्र के इन ब्रितानी लोगों की वर्ष 1978 से 1980 के दौरान जांच की गयी थी। वर्ष 2010 से 2012 के दौरान 1,722 प्रतिभागियों को फिर से जांच के लिये बुलाया गया। इस दौरान उन लोगों की उम्र 71 से 92 वर्ष के बीच थी। इन लोगों के वजन, ऊंचाई और कमर की माप लेते हुए उनकी शारीरिक जांच की कराई गई।
उन्होंने चिकित्सा, सामाजिक एवं स्वास्थ्य से संबंधित सूचना के बारे में सवालों के जवाब भी दिये।इस पड़ताल में दंत परीक्षण भी शामिल था। दंत स्वास्थ्य पेशेवरों ने इन लोगों के असली दांत एवं उनके मसूड़ों के स्वास्थ्य की जांच की। अध्ययन दल में भारतीय मूल का एक शोधार्थी भी था। यह अध्ययन ‘अमेरिकन गेरियाट्रिक्स सोसाइटी’ की पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। इसमें 7,735 ब्रितानी लोगों को शामिल किया गया था।