काले धन को सफेद करने का बड़ा मामला उजागर, नोटबंदी में खरीदा 54 किलो सोना
नोटबंदी के दौरान कानपुर के किदवईनगर में काले धन को सफेद करने का बड़ा मामला प्रकाश में आया है। सोने की खरीद-फरोख्त करने वाले दो कारोबारियों ने मार्बल और ग्रेनाइट कारोबारी समेत पांच के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
आरोप है कि मनोज के खाते में विजय त्रिपाठी और संजय पांडेय ने नोटबंदी के दौरान 500 और 1000 के पुराने नोट जमा कराए थे। नोटबंदी के समय मनोज के खाते से करोड़ों का ट्रांजेक्शन तीनों फर्मों के खातों में होने की बात आयकर विभाग की डाटा माइनिंग में पकड़ में आई। इस पर आयकर विभाग ने तीनों फर्मों को नोटिस जारी कर इसका स्रोत पूछा। इस पर कारोबारियों ने नितिन स्वरूप को सोना बेचे जाने की जानकारी दी और बताया कि यह रकम उन्हीं ने जमा कराई है। आयकर अफसरों ने जब इस संबंध में नितिन स्वरूप से पूछताछ की तो उन्होंने किसी भी लेनदेन से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद प्रशांत और आशीष ने नितिन स्वरूप समेत पांचों के खिलाफ किदवईनगर थाने में धोखाधड़ी की तहरीर दे दी। थानाध्यक्ष शेष नारायण पांडेय का कहना है कि कारोबारियों की तहरीर पर नितिन स्वरूप, पंकज ओमर, मनोज जैन, विजय त्रिपाठी और संजय पांडेय के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।