पद्मश्री मिलने से खुश मिताली ने किया अपने कोच को याद
हैदराबाद : भारतीय महिला क्रिकेटर मिताली राज ने देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री मिलने पर खुशी जताते हुये कहा है कि इसका श्रेय उनके कोच स्वर्गीय संपत कुमार को भी जाता है। 32 वर्षीय महिला क्रिकेटर ने कहा कि जैसे ही मुझे पता चला कि इस वर्ष पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित होने वाले खिलाड़ियों में मेरा नाम भी शामिल है, मैं सचमुच हैरान हो गयी थी। लेकिन यह सम्मान मिलना बहुत गर्व की बात है। मिताली ने अपने कोच स्व. संपत कुमार को याद करते हुये कहा कि मैं हमेशा उन्हें याद करती हूं क्योंकि उन्होंने ही मुझे क्रिकेट खेलना सिखाया। इस सम्मान का श्रेय उन्हें भी जाता है। मिताली ने वर्ष 1999 में क्रिकेट में पदार्पण किया था जिसके बाद उन्होंने इस खेल में नये कीर्तिमान रचे। विश्व महिला क्रिकेटर रैंकिंग में टॉप पर काबिज मिताली ने 153 एकदिवासीय मैचों में 4888 रन बनाये हैं और 10 टेस्ट मैंचों में एक दोहरा शतक भी जड़ा है। जोधपुर में पैदा हुई मिताली ने कहा कि आज महिला क्रिकेट सामान्य सी बात हो गयी है और नई लड़कियां क्रिकेट में अपनी रूचि दिखा रही हैं। उन्होंने कहा कि जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था, तब बहुत कम लड़कियां थीं जो इस खेल में आना चाहती थीं लेकिन आज जमाना बदल गया है। मुझे गर्व है कि अब बहुत सी लड़कियां इस खेल में अपना करियर बनाना चाहती हैं। 2005 महिला विश्वकप को अपने सबसे पसंदीदा पलों में से एक बताते हुये मिताली ने कहा कि वह मेरे करियर के सबसे बेहतरीन पलों में से एक था। इसके बाद ही लोगों को पता चला कि भारत में भी लड़कियां अच्छी क्रिकेट खेल सकती हैं। एजेंसी