चंडीगढ़ : कई महीनों से चल रही अटकलों को विराम देते हुए इंडियन नेशनल लोक दल के हरियाणा विधान नेता विपक्ष अभय सिंह चौटाला ने बसपा के साथ गठबंधन पर मोहर लगा दी। बुधवार को चंडीगढ़ में इनेलो और बसपा की संयुक्त प्रेसवार्ता में यह घोषणा की गई। हरियाणा में आगामी लोकसभा व विधानसभा के चुनाव इनेलो और बहुजन समाजवादी पार्टी गठबंधन में साथ लड़ेंगे। बसपा की और से हरियाणा प्रदेश प्रभारी डॉ. मेघराज सिंह और प्रदेशाध्यक्ष प्रकाश भारती में नेता विपक्ष के साथ मंच सांझा किया। दोनों दलों के नेताओं ने सांझे मंच से भाजपा की और इशारा करते हुए आह्वान किया कि अब ‘लुटेरे जाएंगे और कमेरे आएंगे’।
नेता विपक्ष ने कहा कि बसपा के साथ उनका गठबंधन राजनैतिक और सामाजिक दोनों तरह से है यह एक भाई और बहन का गठबंधन है जो देश और प्रदेश को कांग्रेस और भाजपा मुक्त बनाने के लिए हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि देशहित में यह गठबंधन तीसरे मोर्चे की भूमिका निभाएगा जिसकी अगुवाई बहन मायावती करेंगी। तीसरे मोर्चे को मुजबूत करने के लिए दोनों दल अपने राजनैतिक सहयोगी और समान विचारधारा वाले दलों से बातचीत करेंगे। अभय सिंह चौटाला ने याद दिलाया कि हरियाणा अतीत में भी बदलाव का कर्णधार रहा है। वर्ष 1987 में भी देश को कांग्रेसमुक्त बनाने की मुहिम इसी राज्य से चौधरी देवीलाल की अगुवाई में की गई थी। तब उन्होंने यह भी घोषणा की थी कि देश में 1989 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए वे विश्वनाथ प्रताप सिंह की अगुवाई में सभी विपक्षी दलों को एकजुट करेंगे। उसी इतिहास को दोहराते हुए एक बार फिर हरियाणा में इस बदलाव की नींव रखी गई है और निश्चित रूप से अगले लोकसभा चुनाव में मायावती जी के नेतृत्व में गैर-कांग्रेसी और गैर-भाजपा सरकार बनेगी। इनेलो वरिष्ठ नेता ने इस गठबंधन की जरूरत को समझाते हुए कहा कि भाजपा ने प्रदेश को जात, धर्म और वर्गों में बांटने का काम किया है जिसकी वजह से प्रदेश तीन बार जल चुका है लेकिन अब बदलाव का वक्त है। अब दलित, पिछड़ा और किसान हरियाणा प्रदेश की नई पहचान बनाने का काम करेंगे।
बसपा प्रदेश प्रभारी ने कहा कि एसवाईएल के पानी को लेकर बसपा पहली मई को होने वाले ‘जेल भरो आंदोलन’ में इनेलो का साथ देगी। हर जिले में बूथ स्तर पर दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता एक साथ काम करेंगे। भाजपा ने प्रदेश में जिस भाईचारे को तोड़ने की कोशिश की है अब इनेलो और बसपा फिर से उसे मजबूती प्रदान करने का काम करेंगे। इस दौरान संयुक्त प्रेसवार्ता में इनेलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा, पूर्व सीपीएस रामपाल माजरा, आरएस चौधरी, एमएस मलिक, बीडी ढालिया व प्रवीण आत्रेय, बसपा के वरिष्ठ नेता नरेश सारन, बसपा पूर्व विधायक अकरम खान, डॉ. बलदेव, रामेश्वर और नेत राम सहित अनेक इनेलो-बसपा नेता भी उपस्थित थे। इस गठबंधन से राज्य में चुनावी समीकरण वर्तमान भाजपा सरकार तथा कांग्रेस दोनों के लिए चुनौती पूर्ण हो सकते हैं।
(जग मोहन ठाकन)