PM मोदी बोले वैश्विक व्यवस्था में बढ़ा भारत का कद, दुनिया ने माना लोहा
लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल से दुनिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि बीते चार साल के दौरान देश के पासपोर्ट की ताकत में बड़ा इजाफा हुआ है. दुनियाभर के देशों में भारतीय पासपोर्ट को आज सम्मान के साथ देखा जाता है. प्रधानमंत्री मोदी ने यह दावा न्यू इंडिया और न्यू वर्ल्ड ऑडर पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में दिया.
लंदन के हॉल में बैठे अप्रवासी भारतीयों से प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इंग्लैंड में रह रहे लोग इस बात को महसूस करते होंगे कि बीते कुछ वर्षो में भारत के पासपोर्ट की ताकत किस हद तक बढ़ चुकी है. मोदी ने कहा कि अब कोई भारतीय पासपोर्ट लेकर किसी दूसरे देश पहुंचता है तो उसे बड़े गर्व के साथ देखा जाता है. मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान पहले भी था, लेकिन यह बदलाव बीते कुछ वर्षों से महसूस किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत को लोहा माना जाता है. भारत ने अपनी सार्थक नीतियों और संतुलित व्यवहार से दुनिया में अपनी यह जगह बनाई है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि न्यू इंडिया और न्यू वर्ल्ड ऑर्डर में सबसे अहम बदलाव यह हुआ है कि अब भारत ने सबको खुश रखने की रणनीति छोड़ दी है. प्रधानमंत्री ने दावा किया कि अब न्यू इंडिया की नीतियां कहती हैं कि जरूरत पड़ने पर भारत न तो फिलीस्तीन जाने से हिचकेगा और न ही उसे इजराइल जाने से कोई गुरेज रहेगा. वहीं मोदी ने यह भी दावा किया कि देश की सुरक्षा और ऊर्जा जरूरतों के लिए वह साउदी अरब और ईरान जाने का रास्ता हमेशा खुला रखेंगे.
न्यू इंडिया और न्यू वर्ल्ड ऑर्डर की दलील पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 23 साल तक कोई भारतीय यूएई नहीं गया. हालांकि यूएई जाने से उन्हें किसी ने रोका नहीं था. लेकिन यह वैश्विक स्तर पर भारत की शक्ति का सीधा उदाहरण है कि इस देश के विकास के केन्द्र में आज भारतीय नागरिक अहम भूमिका अदा कर रहे हैं. वैश्विक व्यवस्था पर पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के तुरंत बाद दुनियाभर में मेरी आलोचना की गई कि भला कोई चाय बेचने वाला इंसान विदेश नीति को कैसे समझेगा. लेकिन अब चार साल बाद यह सवाल नहीं उठाया जाता. इसके पीछे सिर्फ एक तर्क है कि मेरे पीछे देश के सवा सौ करोड़ नागरिक खड़े हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि वह दुनिया को भारत का सत्य समझाने में सफल होंगे. इंग्लैंड दौरे का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि प्रिंस चार्ल्स भारत आकर निजी तौर पर मुझे निमंत्रण देकर गए, उन्होंने मुझे निजी रूप चिट्ठी लिखी. भारत ने अपने व्यवहार के द्वारा किसी भी भेदभाव के बिना, दुनिया के किसी भी देश के साथ भारत ने न किसी के साथ आंख झुकाकर बात की और न किसी के साथ आंख उठाकर की, बल्कि आंख मिलाकर बात की. इसके चलते आज वैश्विक स्तर भारत लीडर के रूप में उभरा है और इस भूमिका में भारत एक नए विश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है.