बल्लेबाजों ने गेंदबाजों की मेहनत पर पानी फेरा, घर में भी हारी दिल्ली
गेंदबाजों ने दिल्ली डेयरडेविल्स के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें संस्करण में पहले घरेलू मैच में जीत की नींव रख दी थी, लेकिन बल्लेबाजों ने निराश किया और सोमवार को उसे फिरोज शाह कोटला मैदान पर किंग्स इलेवन पंजाब ने चार रनों से हरा दिया. दिल्ली के कप्तान गौतम गंभीर ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी और उनके गेंदबाजों ने पंजाब को 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 143 रनों पर ही रोक दिया. लग रहा था दिल्ली आसानी से यह लक्ष्य हासिल कर लेगी और अपने घरेलू अभियान की शुरुआत जीत के साथ करेगी, लेकिन हुआ इससे उल्टा. दिल्ली 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 139 रन ही बना सकी. इस जीत के बाद पंजाब अंक तालिका में पहले स्थान पर आ गई है.
आखिरी ओवर में चूके श्रेयस
श्रेयस अय्यर (57) और राहुल तेवटिया (24) ने छठे विकेट के लिए 47 रनों की साझेदारी कर दिल्ली को जीत दिलाने के लिए संघर्ष किया, लेकिन सफल नहीं हो सके. अय्यर ने 45 गेंदों में पांच चौके और एक छक्के की मदद से अर्धशतकीय पारी खेली. आखिरी ओवर में दिल्ली को 17 रनों की दरकार थी. अय्यर ने इस ओवर में एक छक्का और एक चौका लगाया. आखिरी गेंद पर दिल्ली को पांच रनों की जरूरत थी. अय्यर ने कोशिश तो पूरी की, लेकिन उनका शॉट सीधे एरॉन फिंच के हाथों में गया और दिल्ली मैच हार गई.
तेज शुरुआत के बाद लड़खड़ाए बल्लेबाज
144 रनों के आसान से लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली को अपना पहला मैच खेल रहे युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने अच्छी शुरूआत दी. उन्होंने तेजी से 10 गेंदों में चार चौकों की मदद से 22 रन बनाए. इसी स्कोर पर अंकित राजपूत ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया. यहां से दिल्ली के विकेट लगातार गिरते रहे. गौतम गंभीर (4), ग्लेन मैक्सवेल (12),रिषभ पंत (4), डेनियल क्रिस्टियन (6) जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट लिए. दिल्ली ने 76 रनों पर ही अपने पांच विकेट खो दिए थे. यहां से अय्यर और तेवटिया ने संघर्ष किया और टीम को जीत के करीब ले जाने लगे. 123 के कुल स्कोर पर तेवटिया को एंड्रयू टाई ने पवेलियन भेज दिया. यहां से पंजाब एक बार फिर मैच में आ गई थी. अंत में अय्यर का संघर्ष जाया गया और दिल्ली अपने घर में खेल रहे पहले मैच में जीत हासिल नहीं कर सकी.
प्लंकेट की अगुआई में गेंदबाजों ने दिखाया दम
इससे पहले, अपना पहला मैच खेल रहे इंग्लैंड के लियाम प्लंकेट की अगुआई में दिल्ली डेयरडेविल्स के गेंदबाजों ने पंजाब को 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 143 रनों पर ही रोक दिया. प्लंकट ने चार ओवरों में 17 रन देकर तीन विकेट लिए. उनके अलावा ट्रेंट बोल्ट ने तीन ओवरों में 21 रन देकर दो विकेट लिए. आवेश खान को भी दो सफलताएं मिलीं. क्रिस्टियन ने तीन ओवरों में 17 रन देकर एक विकेट लिया.
जम नहीं पाए पंजाब के बल्लेबाज
पंजाब अच्छी शुरुआत से महरूम रही और दूसरे ओवर में ही आवेश की गेंद को मारने के प्रयास में एरॉन फिंच, श्रेयस अय्यर के हाथों शॉर्ट कवर पर लपके गए. राहुल ने मयंक के साथ पारी को आगे बढ़ाया. दोनों तेजी से रन बना रहे थे. दोनों ने तीसरे ओवर में बोल्ट की गेंद पर पर 14 रन लिए. इस आक्रामक रवैये को राहुल ज्यादा देर कायम नहीं रख पाए और पांचवें ओवर में दूसरी गेंद पर प्लंकेट की गेंद पर शॉर्ट फाइन लेग पर आवेश द्वारा लपके गए. राहुल ने 23 रन बनाए. मयंक भी अपनी अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए. वो प्लंकेट की गेंद पर 60 के कुल स्कोर पर बोल्ड हो गए. मयंक ने 16 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 21 रन बनाए. युवराज सिंह ने सिर्फ 14 रनों का योगदान दिया. डेविड मिलर को दो बार जीवनदान मिला. एक बार मैक्सवेल ने छह के निजी स्कोर पर उनका कैच टपकाया तो दूसरी बार पृथ्वी शॉ ने उन्हें 10 के निजी स्कोर पर एक और मौका दिया.
करुण नायर अच्छी लय में दिख रहे थे और अंत में उनसे पंजाब को बड़े शॉट्स की उम्मीदें थीं. 17वें ओवर में प्लंकेट ने छोर बदला और नायर उनकी गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाने के प्रयास में बाउंड्री पर अय्यर के हाथों लपके गए. मिलर भी जीवनदानों का फायदा नहीं उठा पाए और क्रिस्टियन की गेंद पर आखिरकार प्लंकेट ने उनका कैच लपक लिया. मिलर ने 26 रन बनाए. अंत में दिल्ली के गेंदबाजों ने पंजाब के निचले क्रम को बड़े शॉट्स नहीं लगाने दिए.