बहुगुणा के व्यक्तित्व के कुछ अनछुए पहलुओं पर रोशनी डालकर मोदी ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों को भी अचंभे में डाल दिया। बहुगुणा के बचपन से जुड़ी एक घटना के बारे में उन्होंने कहा कि बहुगुणा के पिता पटवारी थे। एक बार जब वह अपने पिता के साथ कहीं जा रहे थे तो सामने से आ रहे गोरे अफसर को नमस्ते करने से उन्होंने पिता को मना कर दिया। उन्होंने कहा कि बहुगुणा बचपन से ही क्रांतिकारी थे। आजादी की लड़ाई में सक्रिय भागीदारी के साथ उन्होंने राजनीति में इंदिरा गांधी से टक्कर ली।
जगजीवन राम और मोरारजी देसाई सरीखे नेताओं के साथ मोर्चा बनाया। भारत के राजनीतिक पटल पर अपनी उपस्थिति दर्ज की। वह जीवनभर नहीं झुके। पर्वतीय विकास विभाग बनाया। पीएम ने कहा कि बहुगुणा की विचारधारा चाहे जो रही हो, लेकिन उन्होंने देश के लिए काम किया और यही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, महेश शर्मा, मनोज सिन्हा, रविशंकर प्रसाद के अलावा डॉ. मुरली मनोहर जोशी, फारूख अब्दुल्ला, अमर सिंह, यूपी सरकार के कई मंत्री, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, उनकी बहन रीता बहुगुणा जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी सौरभ बहुगुणा, मुन्ना सिंह चौहान, दून के मेयर व विधायक विनोद चमोली, उमेश शर्मा काऊ, राजेश शुक्ला, प्रदीप बतरा भी मौजूद रहे।
मोदी जी का हम आभार प्रकट करते हैं। टिकट जारी करके उन्होंने स्वर्गीय बहुगुणा को अमर बना दिया। बहुगुणा उच्च कोटी के नेता थे और पूरे देश में उनकी ख्याति थी।
– अजय भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा