कमरे में AC देख डिप्टी सीएम केशव प्रसाद हुए आगबबूला, अधिकारी को किया सस्पेंड
आमतौर पर जहां देखा जाता है कि राजनेता कहीं का दौरा करने पर भी खुद के लिए विशेष व्यवस्था की अपेक्षा करते हैं, वहीं एक गांव में चौपाल करने पहुंचे उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य वहां अपने कमरे में अधिकारियों द्वारा एसी लगवाए जाने से इतने नाराज हुए कि उन्होंने बिजली विभाग के जेई को तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने के आदेश दे दिए. इसके अलावा उन्होंने ग्रामीणों की विभिन्न मुद्दों को लेकर मिली शिकायतों के आधार पर सेक्रेटरी और लेखपाल को भी सस्पेंड कर दिया.
डिप्टी सीएम ने अफसरों की लगाई क्लास
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार 28 अप्रैल को केशव प्रसाद मौर्य इलाहाबाद के कौड़िहार ब्लॉक के बिजलीपुर गांव में चौपाल करने पहुंचे थे. यहां पर उन्होंने ग्रामीणों की शिकायतें सुनीं और उन पर कार्रवाई का आश्वासन दिया. शिकायतें सुनने और योजनाओं का लाभ ग्रामीणों तक नहीं पहुंचने को लेकर उप मुख्यमंत्री काफी नाराज दिखे. उन्होंने लोगों के सामने ही संबंधित अधिकारियों को फटकार लगा दी और लोगों की शिकायतें दूर करने के आदेश दिए.
एसी देख भड़के केशव प्रसाद मौर्य
केशव प्रसाद मौर्य शनिवार को गांव में ही रुके. उन्होंने वहां एक दलित परिवार रमेश पासी के यहां रात्रि भोजन किया. उनके रहने की व्यवस्था पूर्व माध्यमिक विद्यालय में की गई थी. यहां पर लिए लोक निर्माण विभाग की ओर से उनके लिए स्विस कॉटेज तैयार किया गया था. पहले तो वे कॉटेज देख नाराज हुए और जब वे अंदर गए और वहां एसी लगा देखा तो वे बौखला गए. नाराज उप मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद अधिकारियों को डांटना शुरू कर दिया.
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार जनता के बीच जाकर समस्याओं का निराकरण कर रही है. अधिकारियों द्वारा एसी लगवाए जाने जैसे कदम जनता के बीच गलत संदेश भेजते हैं. उन्होंने कहा गांव में वहीं के माहौल में रहकर जनता की समस्याओं का समाधान होना चाहिए. इसके बाद उन्होंने एसी लगाने के जिम्मेदार बिजली विभाग के जेई को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का जिलाधिकारी को निर्देश दे दिया.
पहले भी अधिकारियों को चेताया था
गौरतलब है कि इससे पहले 25 अप्रैल को अमेठी दौरे के दौरान भी केशव प्रसाद मौर्य अधिकारियों पर खूब बरसे थे. उन्होंने कहा था कि पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थकों ने दिन रात कठोर मेहनत करके सरकार बनाई है. सत्ता का भोग करने के लिए उन्होंने सरकार नहीं बनाई है. वे ईमानदारी से जनता की सेवा करना चाहते हैं. लेकिन, कुछ अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग कर उन्हीं कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित कर रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है. केशव प्रसाद मौर्य ने ऐसे अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि वे अपने आप में सुधार लाएं, बेहतर होगा.