करने निकले थे दाेस्ताें के साथ मस्ती, नदी में डूब के हुई चारो की मौत…
गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र में काली नदी के मल्लपुर्वा घाट पर नहा रहे सात बच्चों में चार डूब गए। इनमें दो चचेरे भाई थे। गोताखोर चार घंटे की मशक्कत के बाद चारों के शव निकाल सके। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी रवींद्र कुमार और सदर विधायक अनिल दोहरे ने परिजनों को ढांढस बधाकर उन्हें आर्थिक मदद का भरोसा दिया। परिजन शव लेकर घर चले गए। शवों के पोस्टमार्टम के लिए अधिकारी उन्हें मनाने में जुटे हैं।
गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के बगिया मोहल्ला निवासी रफीफ का 15 वर्षीय पुत्र सलमान शनिवार दोपहर करीब 12 बजे चचेरे भाई साहिल (13) पुत्र शेख अहमद, पड़ोस में रहने वाले फुजैल (11) पुत्र मोबीन, अरसलान (12) पुत्र जमील और मोहल्ले के ही तीन अन्य बच्चों के साथ साइकिलों से काली नदी के मल्लपुर्वा घाट पर पहुंचे। घाट के किनारे साइकिल खड़ी की और कपड़े उतार कर सभी नदी में नहाने लगे।
इसी दौरान सलमान, फुजैल, साहिल, अरसलान गहरे पानी में समा गए। यह देख बाकी तीन बच्चे डर गए और साइकिल, कपडे़ लेकर भाग निकले। घाट से थोड़ी दूर पर खड़े मल्लपूर्वा निवासी संजय, जावेद और मिरगावां निवासी रोशन ने इन बच्चों को भागते हुए देखा तो किसी अनहोनी की आशंका में घाट पर पहुंचे। यहां तीन साइकिलें और बच्चों के कपड़े, चप्पलें देखीं।
उन्होंने इसकी जानकारी गांव के अन्य लोगों और पुलिस प्रशासन को दी। सीओ सिटी लक्ष्मीकांत गौतम, कोतवाल राजबहादुर सिंह मौके पर पहुंचे। गोताखोरों से तलाश कराई। करीब चार घंटे बाद चार बच्चों के शव मिल गए। इस बीच मौके पर पहुंचे परिजनों ने शव देखे तो उनमें कोहराम मच गया। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार और सदर विधायक अनिल दोहरे ने उन्हें ढांढस बंधाया।
परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए शवों को लेकर घर चले गए। पुलिस शाम तक परिजनों को पोस्टमार्टम के लिए राजी करने में जुटी थी। एसडीएम शालिनी प्रभाकर, एएसपी केशवचंद्र गोस्वामी, सीओ लक्ष्मीकांत गौतम, सदर तहसीलदार आरके राजवंशी ने मृतकों के घर जाकर हादसे के बारे में जानकारी जुटाई।