लखनऊ: राजधानी में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। गुरुवार को आलमबाग निवासी एक दवा व्यापारी के 16 साल के बेटे की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। सुबह उसका शव सरोजनी नगर थाना क्षेत्र के औरंगाबाद में मिला। बताया जाता है कि मृतक पिछले तीन दिन से लापता था। इसकी सूचना मिलती ही व्यापारी वर्ग आक्रोशित हो गए। उन्होंने लखनऊ-कानपुर हाइवे जाम कर दिया। परिजनों और व्यापारियों का कहना है कि एक करोड़ की फिरौती नहीं देने की वजह से उसकी हत्या की गई है, जबकि पुलिस मुकदमा दर्ज करने के लिए पैसे मांग रही थी। आलमबाग निवासी दवा व्यापारी सदानंद मंगलानी की राम नगर में एसएसडी मेडिकल नाम से मेडिकल स्टोर है। उनका बेटा हर्ष आलमबाग के ही एक प्राइवेट स्कूल में नवीं क्लास का छात्र था। सोमवार को वह कोचिंग जाने के लिए घर से निकला था, लेकिन उसके बाद घर नहीं लौटा। परिवार ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय उसे बैरंग लौटा दिया। इसके बाद से परिजन लगातार उसकी तलाश में जुटे थे। इसी बीच गुरुवार सुबह हर्ष की लाश बरामद हुई।
उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। सिर पर भी चोट के कुछ निशान थे। शव मिलने की सूचना मिलते ही व्यापारियो का गुस्सा फुट पड़ा। उन्होंने परिवार के साथ लखनऊ-कानपुर हाइवे जाम कर दिया। व्यापारियो का आरोप था कि यदि पुलिस वक्त रहते सक्रिय होती, तो आज हर्ष जिंदा होता। साथ ही आरोपियों को पकड़ लिया जाता, लेकिन पुलिस कार्रवाई करने से पहले पांच हजार रुपए की मांग कर रही थी। फिलहाल पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए है। ऐसे में व्यापारी वर्ग एसओ कृष्णा नगर सराफा चौकी प्रभारी को हटाने और हत्यारों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है।