कर्नाटक: अभी भी साफ नही सरकार की तस्वीर, शपथग्रहण में शामिल हो सकते है सोनिया-राहुल
जनता दल (एस) के नेता एचडी कुमारस्वामी ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से दिल्ली में मुलाकात की। इस मुलाकात में कर्नाटक के मंत्रीमंडल गठन पर चर्चा की गई। इस दौरान कुमारस्वामी ने शपथग्रहण समारोह के लिए सोनिया और राहुल को आमंत्रित किया।
मुलाकात से पहले कुमारस्वामी ने कहा कि ‘मैं उनका आशीर्वाद चाहता हूं ताकि कर्नाटक में एक स्थिर सरकार चल सके।’
सोनिया-राहुल से पहले उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती से भी मुलाकात की। कर्नाटक में सरकार गठन के लिए चर्चा करने दिल्ली पहुंचे कुमारस्वामी ने इस दौरान मायावती को बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया।
कांग्रेस के पास राज्य की 78 सीटें हैं जबकि जेडीएस के पास 37 विधायक हैं। मुख्यमंत्री पद के अलावा जेडीएस अपने पास महत्वपूर्ण मंत्रालय जैसे कि वित्त, पीडब्ल्यूडी और सिंचाई विभाग को रखना चाहता है।
कांग्रेस के महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘बुधवार को अकेले कुमारस्वामी मुख्यमंत्री पद के तौर पर शपथ लेंगे। इसके बाद गुरुवार को फ्लोर टेस्ट होगा। उसी दिन स्पीकर का चुनाव भी होगा।’
लिंगायतों की मांग है कि उन्हें उप-मुख्यमंत्री का पद दिया जाए। कांग्रेस में सबसे ज्यादा 16 लिंगायत विधायक है। वहीं जेडीएस के पास चार हैं। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने जेडीएस को बिना शर्त समर्थन दिया है। इसी वजह से वह गठबंधन को बनाए रखने के लिए कोई मांग नहीं करेगी। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने निर्णय ले लिया है कि वह डिप्टी सीएम का पद दलित को देगी। इसके लिए परमेश्वर उनकी पहली पसंद हैं। ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि कर्नाटक में दो डिप्टी सीएम बन सकते हैं। एक कांग्रेस पार्टी से होगा तो दूसरा जेडीएस से।
हालांकि रविवार को कुमारस्वामी ने पावर शेयरिंग फॉर्मूले की खबरों को बकवास करार देकर अफवाहों को खत्म करने की भी कोशिश की। दरअसल मीडिया में आई कुछ रिपोर्ट में 12 मई को मतगणना के बाद हुए समझौते में कांग्रेस और जेडी (एस) के बीच बारी-बारी से 30-30 महीने सत्ता संभालने पर सहमति बनने का दावा किया गया था। लेकिन कुमारस्वामी ने रविवार को इसे बकवास बताते हुए ऐसी कोई वार्ता नहीं होने की बात कही।
उन्होंने कहा, मैं कल (सोमवार को) दिल्ली जा रहा हूं। जहां मैं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी से मिलूंगा। उनसे चर्चा के बाद इस बात का निर्णय होगा कि कितने कांग्रेसी और कितने जेडी (एस) विधायक मंत्री बनेंगे।
बता दें कि भाजपा के पास आवश्यक संख्या पूरी नहीं होने के कारण उनके मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने विधानसभा में बिना फ्लोर टेस्ट का सामना किए ही इस्तीफा दे दिया था,। इसके बाद कुमारस्वामी ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मिलने के बाद दावा किया था कि उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया है।