बॉलीवुड के इस मशहूर एक्टर ने स्कूल की फीस भरने के लिए किये जूठे बर्तन साफ़ और बनया पंचर
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे बहुत से कलाकार हैं जिन्होनें केवल अपनी मेहनत के डैम पर फिल्मों में पानी एक ख़ास पहचान बनाई हैं. ऐसे कलाकारों के जीवन में कभी कोई ऐसा नहीं था जिन्होनें उन्हें देखते ही ब्रेक दिया हो क्यूंकि वो किसी बड़े फ़िल्मी घराने से नहीं आते थे. आज हम आपको एक ऐसे ही बॉलीवुड अभिनेता की दिक्कत भरी जिंदगी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे जानने के बाद आपको भी एक बार यकीन नहीं होगा की सच में उन्होनें अपने सपने पूरे करने के लिए क्या क्या पापड़ बेले हैं. तो आईये आपको बताते हैं की कौन हैं ये फिल्म अभिनेता जिनका जीवन इतना आसान नहीं जितना लोग समझते हैं.
आपको बता दें की अज हम जिस बॉलीवुड अभिनेता के बारे में आपको बताने जा रहे हैं वो असल में “गंगाजल” फेम यशपाल शर्मा हैं. जी हाँ प्रकाश झा निर्देशित फिल्म गंगाजल में यशपाल ने अजय देवगन के साथ स्क्रीन शेयर किया था और फिल्म में उनके रोल को काफी सराहा भी गया था. बता दें की यशपाल किसी बड़े फ़िल्मी परिवार से ताल्लुक नहीं रखते हैं बल्कि वो हरियाणा के एक छोटे से गावं के रहने वाले हैं. बीते दिनों यशपाल ने अपने दिए एक इंटरव्यू के दौरान अपनी आप बीती बताते हुए कहा की उनकी जिंदगी हमेशा से ही इतनी आसान नहीं थी उन्हें आज इस मुकाम पर पहुँचने के लिए बहुत पापड़ बेलने पड़े थे.
बता दें की हरियाणा के एक छोटे से गावं के रहने वाले यशपाल की माँ का देहांत तब होगया था जब वो काफी छोटे थे. इसके बाद पिता भी परिवार से दूर सूर रहने लगे उन्हें अपने बच्चों की पढाई लिखाई की भी कोई चिंता नही थी. किसी तरह से यशपाल ने अपनी दसवीं तक की पढाई पूरी की और उसके बाद आगे की पढाई पूरी करने के उन्होनें छोटे मोटे कम करने शुरू कर दिए. बता दें की फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा ने अपनी आगे की पढाई पूरी करने और स्कूल फीस भरने के लिए ढाबों पर बर्तन भी धोये है और पंचर भी बनाये हैं. इसके अलावा यशपाल ने स्कूल की फीस देने के लिए कई छोटे मोटे किराना के दूकान पर भी काम किया है.
अपने फ़िल्मी अक्रिया की शुरवात की बात करते हुए इन्होनें बताया की उन्होनें एक नाटक देखा था तब से उन्हें एक्टिंग का भूत सवार होगया था और इसलिए वो अपने घरवालों के खिलाफ जाकर फिल्मों में अपनी पहचान बनाने के लिए सबसे पहले दिल्ली आये और वहां एनएसडी ज्वाइन कर लिया. इसके बाद यशपाल 1996 में मुंबई आगये. यशपाल ने सबसे पहले फिल्म “हजार चौरासी की माँ” में काम किया और इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. इस फिल्म के बाद वो शूल में नजर आये और फिल कमर्शियल फिल्म “अर्जुन पंडित” में नजर आये.
इस फिल्म के बाद यशपाल शर्मा को बॉलीवुड में ख़ास पहचान मिली और अब यशपाल शर्मा खुद भी मशहूर हरियाणवी कवि लाखिमचंद के जीवन पर फिल्म बनाने जा रहे हैं. इसके अलावा यशपाल खुद भी तीन चार फिल्मों की शूटिंग पूरी कर चुके हैं जिनमे से एक जिमी शेरगिल के साथ है और दूसरी फिल्म तिग्मांशु धुलिया द्वारा निर्देशित है. इसके अलावा भी यशपाल आने वाले दिनों में दो अन्य फिल्मों भी नजर आयेंगे.