पढ़ाई प्रत्येक बच्चे के लिए जरुरी है पढ़ाई ही ऐसी वस्तु है जो जिंदगी भर व्यक्ति के साथ रहती है इसे कोई भी छीन नहीं सकता, आजकल माता पिता अपने बच्चों की पढ़ाई को लेकर पहले से ज्यादा सजग दिखते हैं क्योंकि यह समय प्रतिस्पर्धा का है तो ऐसे में बच्चों की पढ़ाई के लिए सजग होना बहुत जरूरी है, सभी माता पिता की इच्छा होती है कि उनका बच्चा कान्वेंट में पढ़ाई करें इंग्लिश मीडियम शिक्षा में नौकरी के ज्यादा अवसर होने की वजह से सभी माता पिता अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए एक अच्छे स्कूल की तलाश में रहते हैं अपनी सामर्थ्य और बच्चे के टैलेंट के आधार पर उसका एडमिशन कान्वेंट स्कूल में करवा दिया जाता है।
एडमिशन कराकर माता पिता हो जाते है फ्री
अधिकतर माता पिता अपने बच्चे का एडमिशन कान्वेंट में कराने के बाद में निवृत्त हो जाते हैं कि अब उनका बच्चा अच्छे स्कूल में पहुंच गया है तो हमारी जिम्मेदारी कम हो गई या खत्म हो गई, माता पिता की बस एक जिम्मेदारी रह जाती है समय पर स्कूल की फीस देना और बच्चों को स्कूल भेजना बाकी जिम्मेदारियों को जैसे मां बाप भुला ही देते हैं बच्चों की असली जिंदगी की शुरुआत तो स्कूल जाकर ही होती है, सभी सहपाठियों और अध्यापकों के साथ आपके बच्चे का व्यवहार कैसा है
यह जानना आपके लिए बहुत ही जरूरी है साथ ही यह भी जांच पड़ताल रखें कि आपके बच्चे की मित्र मंडली में कौन-कौन है और सभी मित्रों का व्यवहार और चरित्र कैसा है, स्कूल में आपका बच्चा पढ़ाई के साथ साथ किन-किन एक्स्ट्रा एक्टिविटीज में भाग लेता है तथा किस तरह उनमें पार्टिसिपेट करता है हम इस लेख के माध्यम से सभी माता पिता या संरक्षकों से यही कहना चाहते हैं कि अपने बच्चे पर घर के साथ साथ स्कूल में भी नजर बनाए रखें।
बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें
नीचे दिये गए वीडियो में यही दर्शाने की कोशिश की गई है कि आपके बच्चे स्कूल में क्या करते हैं इसकी जानकारी आपको होनी चाहिए इस वीडियो में दिखाया गया है कि किसी कान्वेंट के छात्र जिसमें लड़कियां भी सम्मलित हैं वह क्लास रूम के अंदर एक दूसरे के गले और कमर में हाथ डाल कर डांस कर रहे हैं और स्कूल के प्रांगण में एक खेल खेल रहे हैं जहां लड़कियां नीचे झुकी हुई है और
लड़के उनके ऊपर ऊपर बैठने की कोशिश कर रहे हैं यहां हम इन छात्रों के खेलने या डांस का विरोध नहीं कर रहे हैं परंतु सोचने वाली बात यह है कि छात्रों के साथ कोई भी अध्यापक नहीं है जब भी स्कूल में छात्र-छात्राएं इस तरह की एक्टिविटी करते हैं तो वहां टीचर्स का होना बहुत जरूरी है इन सब बातों की तरफ पेरेंट्स को ध्यान देना चाहिए।
माता पिता को रोजाना बच्चों के स्कूल से लौटने के बाद बात करनी चाहिए उनके साथियों व अध्यापकों के व्यवहार के बारे में पूछना चाहिए साथ ही बच्चों के मित्रों से समय-समय पर बात करते रहना चाहिए और स्कूल जाकर अध्यापकों से बच्चों के व्यवहार के बारे में जानकारी रखनी चाहिए किसी भी स्कूल में बच्चे का एडमिशन करवाने से पहले स्कूल का फीडबैक जरूर ले ले पिछले रिकॉर्ड या छात्रों की गतिविधियों के बारे में अवश्य जानकारी रखें।
देखें वीडियो –
https://www.youtube.com/watch?v=or670V-HCaM