श्रीनगर : सुरक्षा बलों ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। जम्मू-कश्मीर के तंगधार सेक्टर में आज सुबह सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में पांच आतंकियों को मार गिराया। केंद्र सरकार ने रमजान के दौरान सुरक्षा बलों से जम्मू-कश्मीर में सर्च ऑपरेशन नहीं चलाने के लिए कहा है। हालांकि, इसके बाद से लगातार घुसपैठ की कोशिश हो रही है। सुरक्षा बलों ने पिछले 7 महीनों में 75 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया। रमजान शुरू होने पर आतंकवादियों के खिलाफ अभियान रोके जाने के बाद सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा हालात की समीक्षा की। दो दिन की यात्रा के दूसरे दिन शुक्रवार को जनरल रावत ने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है तो आतंकी घुसपैठ बंद करे। उन्होंने कहा कि नापाक हरकतों का हमें जवाब देना पड़ता है और हम जवाब देंगे। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने शुक्रवार को सेना के एक कैंप पर हथगोला फेंका। 34 राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप पर हुए इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ। आतंकियों की धरपकड़ के लिए इलाके की घेराबंदी की गई। आतंकियों ने गुरुवार को जम्मू में एक बस स्टॉप और श्रीनगर के बरारीपोरा में सेना के कैंप पर हथगोला फेंका था। जम्मू में हुए इस हमले में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। उधर अनंतनाग जिले के वानपोह पावर ग्रिड स्टेशन के पुलिस पोस्ट पर तैनात संतरी ने राइफल छीनने की आतंकवादियों की कोशिश नाकाम कर दी। पुलिस पोस्ट में घुसने की कोशिश कर रहे आतंकियों पर संतरी ने फायरिंग कर दी, जिससे वे भाग खड़े हुए। केंद्र सरकार ने राज्य सरकार की सिफारिश पर रमजान के दौरान सुरक्षा बलों से जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन नहीं चलाने के लिए कहा है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, ये फैसला अमन पसंद करने वाले मुस्लिमों को शांतिपूर्ण माहौल मुहैया कराने के लिए है। मंत्रालय ने यह स्पष्ट कर दिया गया है कि आतंकियों के हमला करने पर या मासूमों की जान बचाने के लिए सुरक्षा बल जवाबी कार्रवाई कर सकते हैं।