4 विषयों में फेल था बेटा, फिर पिता ने जो किया जानकर आपको भी यकीन नहीं होगा
मध्य प्रदेश – एमपी बोर्ड का 10वीं और 12वीं का रिजल्ट घोषित हुआ तो कई घरों में मातम छा गया। क्योंकि, इस बार की परीक्षा में काफी संख्या में स्टूडेंट्स फेल हुए है। लेकिन, इस बीच एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसे जानकर किसी को यकीन नहीं होगा। आपने भी देखा होगा कि जब भी कोई रिजल्ट आता है तो कई बच्चे अपने घरवालों के डर से सुसाइड कर लेते हैं। अक्सर देखा जाता है कि फेल होने से स्टूडेंट्स घबरा जाते हैं और कोई गलत कदम उठा लेते हैं। लेकिन, एक पिता ने अपने फेल हुए बेटे के साथ जो किया वो जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, एक पिता ने बेटे के फेल होने पर मिठाई बांटी।
दरअसल, एक पिता ने अपने बेटे को फेल होने के बाद यह बताने के लिए कि वह आगे मेहनत कर सफलता हासिल कर सकती है, पूरे इलाके में मिठाई बांटी। रिपोर्ट के मुताबिक, सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले 10वीं के स्टूडेंट आशु व्यास 6 में से 4 विषयों में फेल हो गया था। लेकिन, जैसा कि अक्सर देखा जाता है। बेटे के फेल होने पर पिता उसको डांटते हैं या फिर मारते पीटते हैं। आशु के पिता सुरेंद्र कुमार व्यास ने गुस्सा न होने की बजाय बेटे का जुलूस निकलवा दिया। पिता ने बेटे के फेल होने पर मिठाई बांटी। इस घटना की पूरे इलाके में चर्चा हो रही है।
दरअसल, मध्य प्रदेश में 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं के रिजल्ट बीते सोमवार को घोषित हुआ है। रिजल्ट आया तो बता चला कि सागर के शिवाजी वार्ड के निवासी सुरेंद्र कुमार व्यास का बेटा 10वीं में फेल हो गया है। वह 4 विषयों में फेल था। इसके बाद पेशे से ठेकेदार सुरेंद्र ने एक ग्रैंड पार्टी दी और आस-पास के लोगों को बुलाया। बताया जा रहा है कि सुरेन्द्र को इस बात का डर था कि उनका बेटा कोई गलत कदम न उठा ले। इसलिए उन्होंने बेटे को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसा किया। इसके बाद आशु ने अपने पिता से वादा किया है कि वो फिर से पढ़ाई करेगा और 10वीं कक्षा पास करेगा।
इस अजीबो-गरीब घटना के बाद सभी लोग ये जानना चाहते हैं कि पिता ने अपने बेटे के फेल होने पर पार्टी क्यों दी। इसके बारे में सुरेंद्र कुमार व्यास ने कहा कि अक्सर परीक्षा में फेल होने के बाद बच्चे डिप्रेशन में चले जाते हैं और कोई गलत कदम उटा लेते हैं। सुरेन्द्र ने बताया कि वो पार्टी देकर अपने बेटे को और ज्यादा मेहनत करने के लिए प्रेरित करना चाहते थे। इसके बाद जब सुरेन्द्र के बेटे आशु से बात कि गई तो उसने कहा कि वह अपने पिता के इस कदम से ज्यादा मेहनत करने के लिए प्रेरित हुआ है। आशु ने इस साल और ज्यादा पढ़ाई कर 10वीं की परीक्षा पास करने की बात कही है। सुरेन्द्र द्वारा उठाया गया ये कदम उन मां बाप के लिए एक सीख है जो फेल होने पर अपने बच्चों के साथ गलत व्यवहार करते हैं।