विशाल के जेहन में पिता जयपाल सिंह के व्यवहार को लेकर नफरत कूट-कूट कर भरी हुई थी। रविवार को गुस्से का यह ज्वालामुखी फट ही पड़ा। विशाल के गुस्से का अंदाजा इसी से लगा सकते है कि वह रिवाल्वर की ट्रिगर दबाता ही चला गया। उसे पिता की मौत पर पश्चाताप भले ही है लेकिन इतना बड़ा कदम उठाने का गिला नहीं है। कोतवाली रानीपुर की हवालात में बंद चेकदार शर्ट और पेंट पहने मजबूत कद काठी के विशाल के चेहरे को देखकर हर किसी के जुबां से यही बोल फूटेंगे कि, वह बेहद ही शांत स्वभाव का दिखता है। इस शांत चेहरे के पीछे इतना गुस्सा भरा हुआ होगा, इसका अंदाजा नहीं लगाया सकता था।
पिता से थी इतनी नफरत कि मरने तक दागता रहा गोलियां, फिर खूब रोयाहवालात में जब विशाल से पिता पर गोलियां बरसाने की वजह पूछी तब उसने पिता के दामन पर आरोपों की झड़ी लगा दी। बकौल विशाल कि, पिता शराब पीकर रोजाना ही उसे डांटते थे और उनका जुआ खेलना भी उसे पसंद नहीं था। किराना की दुकान के लिए सामान खरीदने के लिए जब भी वह रकम की डिमांड करता था तो पिता उसे छिड़क देते थे। बकौल विशाल की पिता का व्यवहार मां के प्रति भी ठीक नहीं था। वह अक्सर उसे धमकी देते थे कि उसे गांव छोड़ आएंगे।
टिबड़ी में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी (सेवानिवृत्त) जयपाल सिंह की बड़े बेटे विशाल ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। पिता की ही 32 बोर की लाइसेंसी रिवाल्वर से बेटे ने रोंगटे खड़े करने वाले हत्याकांड को अंजाम दिया। बेटे ने रिवाल्वर की एक-दो नहीं बल्कि पांच गोलियां पिता के शरीर में उतार दी। परिजनों ने संपत्ति का बंटवारा न होने पर पिता का कत्ल करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से रिवाल्वर बरामद कर ली। जिला अस्पताल में चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने जमकर हंगामा किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जैसे तैसे स्थिति पर नियंत्रण पाया।
दिल दहला देने वाली यह घटना रविवार सुबह करीब साढ़े दस बजे घटित हुई। हरिद्वार तहसील से सेवानिवृत्त जयपाल सिंह का परिवार टिबड़ी में मुख्य मार्ग पर रहता है। परिवार में बड़ा बेटा विशाल, छोटा बेटा अमित, बहू बनी, पत्नी शांति देवी है। आजकल उनकी शादीशुदा बेटियां वैशाली और रूपाली भी घर आई हुई थी। घर में ही उन्होंने किराना की दुकान खोली हुई थी। सुबह के वक्त बेटियां, छोटा बेटा और उसकी पत्नी ऊपरी मंजिल पर थे और पत्नी रसोई में थी। इसी दौरान बाथरूम से निकल रहे जयपाल सिंह पर बड़े बेटे विशाल ने लाइसेंसी रिवाल्वर से ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी और घटनास्थल से फरार हो गया।
गोलियां लगने से खून से लथपथ जयपाल को परिजन जिला अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजन ने चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। सूचना मिलने पर एसएसपी कृष्ण कुमार वीके, एसपी सिटी ममता वोहरा, कोतवाली प्रभारी पीसी मठपाल, एसएसआई दिलमोहन सिंह बिष्ट पहुंचे। उधर, रानीपुर पुलिस ने टिबड़ी पहुंचकर कुछ दूरी पर झाड़ियों में छिपे हत्यारोपी विशाल को हिरासत में लेते हुए रिवाल्वर बरामद कर ली।
पुलिस अधिकारियों ने गुस्साए परिजन को जैसे तैसे शांत किया। एसपी सिटी ने बताया कि मृतक की बेटी वैशाली ने भाई पर संपत्ति की खातिर पिता की हत्या करने का आरोप लगाया है। बताया कि विशाल पिता से संपत्ति में से हिस्सा देने की मांग कर रहा था। एसपी सिटी ने आरोपी के हवाले से बताया कि पिता अक्सर शराब पीकर उसके साथ डांट डपट करते थे। दुकान में सामान भरने के लिए पैसे नहीं देते थे। इसलिए गुस्से में आकर उसने अपने पिता को गोली मार दी। एसपी सिटी ने बताया कि वैशाली की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर विशाल को गिरफ्तार कर लिया।