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बड़ी खबर : 4 लोकसभा और 10 विधानसभा चुनाव के नतीजे

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, नगालैंड की चार लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए वोटों के नतीजे आ चुके हैं। कैराना से आरएलडी उम्मीदवार तबस्सुम बेगम की जीत हुई है। महाराष्ट्र की पालघर से बीजेपी, भंडारा-गोंदिया सीट पर एनसीपी और नगालैंड की एकमात्र लोकसभा सीट पर कांग्रेस की जीत गई है। इसके साथ ही 10 विधानसभा सीटों नूरपुर (यूपी), महेश्तला (प.बंगाल), अंपति (मेघालय), थरली (उत्तराखंड), चेंगनूर, (केरल), जोकीहाट (बिहार), गोमिया (झारखंड), सिल्ली (झारखंड), सहकोट (पंजाब), पालस-काडेगांव (महाराष्ट्र) के लिए भी मतदान हुए थे. वहीं, कर्नाटक की आरआरनगर विधानसभा सीट पर भी चुनाव हुए।
कैराना, यूपी : कैराना में आरएलडी उम्‍मीदवार तब्‍बसुम हसन ने जीत हासिल की है, उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार मृगांका सिंह को हराया। कैराना उपचुनाव में एसपी, बीएसपी, आरएलडी और कांग्रेस का महागठबंधन बीजेपी को हरा दिया। साल 2000 में कन्नौज उपचुनाव से शुरू हुआ अखिलेश के राजनीतिक करियर को फिर से पटरी पर लाने का काम गोरखपुर, फूलपुर और कैराना उपचुनावों ने ही किया है। कैराना से ये संदेश गया है कि पश्चिमी यूपी में अखिलेश की पहल के बाद जाट और मुसलमानों के बीच आई दूरी अब घटने लगी है।
गौरतलब है, बीते 28 मई को मतदान शुरू होते ही एक के बाद एक कई बूथों पर वीवीपैट मशीन में खराबी की शिकायतें आने लगीं, इसके बाद बीजेपी समेत सभी दलों ने चुनाव आयोग से शिकायत की और पुनर्मतदान की मांग की। हालांकि, एसपी और आरएलडी ने वीवीपैट और ईवीएम में खराबी को साजिश बताते हुए बीजेपी पर चुनाव में गड़बड़ी करने का भी आरोप लगाया। मंगलवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए आगे होने वाले चुनाव बैलट पेपर से हों इसकी मांग भी कर डाली। हालांकि, बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष हार का बहाना खोज रहा है।
पालघर, महाराष्ट्र : भाजपा सांसद चिंतामन वनगा के निधन के कारण पालघर सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी राजेंद्र गावित ने जीत दर्ज की है। अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित इस सीट से माकपा ने किरण राजा गहला को अपना उम्मीदवार बनाया जबकि कांग्रेस ने पूर्व सांसद दामू सिंगाड़ा पर अपना दांव लगाया था। पालघर महाराष्ट्र बीजेपी के लिए कितना अहम चुनाव था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने खुद पालघर में अपना चुनावी कैंप बनाया हुआ था। बीजेपी के लिए ये सीट अहम इसलिए भी थी क्योंकि विधानसभा में उसकी सहयोगी शिवसेना ही यहां उसके खिलाफ मैदान में थी, इस लड़ाई में बीजेपी को और बड़ा झटका तब लगा जब चिंतामन वनगा के परिवार ने उसका साथ छोड़कर शिवसेना का दामन थाम लिया। शिवसेना ने वनगा के बेटे श्रीनिवास को ही इस सीट से उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा था।
भंडारा-गोंदिया सीट, महाराष्ट्र : भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीट पर बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा है। हालांकि पार्टी पालघर में जीत गई. इन दोनों लोकसभा सीटों का चुनाव परिणाम सभी 4 बड़े सियासी दलों- बीजेपी, शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के लिए काफी अहमियत रखता है क्योंकि इस नतीजे का उनकी भावी दिशा पर असर पड़ने की संभावना है।भंडारा-गोंदिया में कुल 1.76 करोड़ वोटरों में से 53.15 प्रतिशत ने वोट डाला था।
नगालैंड सीट : नगालैंड में सत्‍तारूढ़ पीपुल्‍स डेमोक्रेटिंग एलायंस (पीडीए) ने एनपीएफ पर बढ़त बरकरार रखी। पीडीए प्रत्‍याशी 41 हजार वोट से आगे चल रहा है। चुनाव आयोग के सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि शुरुआती रुझान में एनडीपीपी उम्‍मीदवार 2,15,835 वोट के साथ आगे चल रहे थे। मौजूदा मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो के इस्तीफे से यह सीट खाली हुई थी। फरवरी में राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था। इस सीट पर सिर्फ दो ही उम्मीदवार मैदान में थे। कांग्रेस समर्थित नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) और बीजेपी के समर्थन वाली नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के उम्मीदवारों के बीच है।
अंपाती विधानसभा सीट : यहां कांग्रेस ने जीत दर्ज की। यहां से से डॉ. शिरा चुनाव जीत गई हैं। डॉ. शिरा पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता मुकुल संगमा की बेटी हैं। अंपाती सीट पर कांग्रेस को 14259 वोट मिले, जबकि एनपीपी को 11068 वोट मिले। निर्दलीय प्रत्याशी को 360 वोट मिले, जबकि 208 वोट नोटा को मिले।
पालस कोडेगांव : महाराष्ट्र की इस विधासनसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी विश्वजीत पतंगराव ने जीत दर्ज की, उन्हें निर्विरोध चुना गया है। कांग्रेस नेता पतंग राव कदम के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी। विश्वजीत कदम पतंग राव कदम के बेटे हैं। बीजेपी ने अपने उम्मीदवार संग्राम सिंह देशमुख को हटा लिया था जिसके बाद कांग्रेस उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए।
चेंगन्नूर सीट : केरल के चेंगन्नूर से सीपीएम के साजी चेरियन जीते। चेरियन को 20956 वोट मिले, केरल की सत्तारूढ़ सीपीएम नेतृत्व वाली एलडीएफ उम्मीदवार साजी चेरियन ने चेंगन्नूर विधानसभा सीट पर 20,956 मतों से जीत दर्ज की। गौरतलब है कि मध्य केरल की इस सीट पर सीपीएम विधायक केके रामचंद्रन नायर के निधन के बाद उपचुनाव हुआ, पिछले विधानसभा चुनाव में रामचंद्रन ने कांग्रेस के उम्मीदवार को 8000 वोटों से हराकर ये सीट जीत ली थी।
जोकीहाट सीट : इस सीट पर आरजेडी उम्मीदवार ने जेडीयू प्रत्याशी को बड़े अंतर से हराया। यहां आरजेडी के शाहनवाज आलम 76002 वोटों से जीत गए। जेडीयू को 37,913 वोट मिले। आरजेडी उम्मीदवार शाहनवाज आलम ने जदयू के मुर्शीद आलम को 41,224 मतों से पराजित किया। उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद न्यूज18 से बात करते हुए आरजेडी के विजयी उम्मीदवार शाहनवाज आलम ने कहा कि उनके परिवार की जिम्मेदारी और बढ़ गई है।
आरआर नगर, बेंगलुरु : कर्नाटक में राजराजेश्वरी नगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार मुनिरत्ना ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के थुलासी मुनिराजू गौड़ा को 25492 वोटों से हराया। कांग्रेस ने यह सीट बरकरार रखी है। मुनिरत्ना को 108064 वोट मिले जबकि गौड़ा को 82572 वोट मिले। जेडीएस उम्मीदवार जी एच रामचंद्र को 60360 वोट मिले। इस चुनाव में कुल 14 उम्मीदवारों ने अपने भाग्य आजमाए।
नुरपुर, उत्तर प्रदेश : नूरपुर विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में गठबंधन प्रत्याशी एसपी के नईमुल हसन ने बीजेपी की अवनी सिंह को 6271 वोटों से हरा दिया। नूरपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव बीजेपी विधायक लोकेंद्र सिंह की सड़क हादसे में मौत की वजह से हुई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत दर्जनों सांसद, विधायक और मंत्रियों ने काफी मेहनत की थी। बीते 27 मई को पीएम मोदी ने कैराना से सटे जिले बागपत में रोडशो किया था। बावजूद इसके बीजेपी कैराना और नूरपुर सीट बचाने में कामयाब नहीं रही।
शाहकोट सीट, पंजाब : पंजाब के शाहकोट विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के हरदेव सिंह लाडी जीत गए हैं, लाडी ने अकाली दल के नायब सिंह कोहाड़ को 38802 वोटों से हराया।कांग्रेस के हरदेव सिंह लाडी के पक्ष में मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने खूब प्रचार किया था। कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने इसे पंजाब सरकार की जीत बताया है और राज्‍य सरकार के काम पर जनता का भरोसा जताने के लिए शुक्र‍िया कहा।
थराली सीट, उत्तराखंड : इस सीट पर बीजेपी ने अपना कब्जा बरकरार रखा है। बीजेपी उम्मीदवार मुन्नी देवी ने कांग्रेस प्रत्याशी जीतराम को 1900 से ज्यादा वोटों से हराया। बीजेपी विधायक मगन लाल शाह की मौत के बाद खाली हुई सीट पर पार्टी ने मगनलाल शाह की पत्नी मुन्‍नी देवी को ही चुनाव मैदान में उतारा था जबकि कांग्रेस से पूर्व विधायक जीतराम पर दांव खेला था। 28 मई को इस सीट के लिए हुए चुनाव में 53 फ़ीसदी से ज्‍यादा मत पड़े थे।
सिल्ली, गोमिया सीट, झारखंड : झारखंड की इन दोनों सीटों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने जीत हासिल की है। पहले भी दोनो सीटें जेएमएम के पास थीं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एल ख्यांगते ने बताया कि अभी मतों का पूर्ण विवरण आने में समय लगेगा लेकिन दोनों सीटों पर मतगणना का काम पूरा हो गया है और झामुमो प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक सिल्ली में 75.5 प्रतिशत तो गोमिया में 63.25 प्रतिशत मतदान हुआ।
महेश्ताला, पश्चिम बंगाल : बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने महेश्ताला विधानसभा सीट पर बड़ी जीत हासिल की। इस चुनाव की सबसे खास बात यह रही कि बीजेपी ने सीपीएम को पछाड़ते हुए खुद को दूसरे नंबर पर पहुंचा दिया। महेश्ताला में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार दुलाल दास ने 62,896 मतों के अंतर से जीत हासिल की। टीएमसी के दुलाल ने 1,04,818 वोट हासिल किया जबकि बीजेपी को 41,993 वोट मिले। महेश्ताला सीपीएम का गढ़ रहा है। सीपीएम और कांग्रेस का यहां गठजोड़ था। दोनों पार्टियों में गठबंधन के बावजूद उसे (30,316) तीसरे स्थान पर खिसकना पड़ा। 24 परगना जिले के महेश्ताला की टीएमसी विधायक कस्तूरी दास का फरवरी में निधन हो गया था।

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