मिशन 2019 के लिए, उदासीन आश्रम में संघ प्रमुख भागवत और जोशी से मिले योगी
इस क्रम में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उदासीन आश्रम में संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी और संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ अलग-अलग बैठकें की। चर्चा का मुख्य एजेंडा सूबे में पार्टी-संगठन और संघ के बीच तालमेल बढ़ाना था। बैठक में सीएम योगी को दलितों में पैठ बढ़ाने केएक कुआ, एक मंदिर, एक श्मशान अभियान को जोरशोर से शुरू करने मंत्र मिला। संघ सूत्रों के मुताबिक सपा-बसपा गठबंधन के कारण उपचुनावों में मिली लगातार दूसरी हार के बाद संघ सतर्क है। बीते दिनों सूरजकुंड में संघ के अनुषांगिम संगठनों और भाजपा के महामंत्रियों की बैठक के अलावा इसी क्रम में पीएम के साथ हुए रात्रिभोज में यूपी की स्थिति में गंभीर चर्चा हुई थी।
हार का बड़ा कारण संघ के अनुषांगिक संगठनों, भाजपा और सरकार के बीच तालमेल का व्यापक अभाव आंका गया। इन बैठकों में संघ के अनुषांगिक संगठनों के साथ साथ पार्टी की राज्य इकाई की ओर से भी सरकार के स्तर पर कई तरह की परेशानी आने की बात सामने आई। इसके बाद सरकार, संघ और भाजपा के बीच बेहतर समन्वय बताने की रूपरेखा तय की गई। एक ही दिन उदासीन आश्रम और लखनऊ के सरस्वती कुंज में संघ की समन्वय बैठक इसी रणनीति का हिस्सा है।
समरसता अभियान चलाने का मिला मंत्र
इस बैठक में भैयाजी जोशी ने योगी को सरकार और संगठन के स्तर पर पूरे सूबे में एक कुआ, एक मंदिर एक श्मशान अभियान चलाने का मंत्र दिया। संघ का मानना है कि इस अभियान के जरिए पार्टी दलितों में अपनी पैठ बढ़ा सकती है। इस दौरान सोमवार को संतों द्वारा राम मंदिर निर्माण के संदर्भ में दी गई सीधी चेतावनी पर भी चर्चा हुई। संघ ने इस संदर्भ में संत समाज से संवाद का आश्वासन दिया।
लखनऊ की बैठक में तैयार होगी रूपरेखा
संघ सूत्रों के मुताबिक उदासीन आश्रम से महत्वपूर्ण लखनऊ के सरस्वती कुंज की बैठक है। उदासीन आश्रम की बैठक में संघ के शीर्ष नेतृत्व योगी ने विभिन्न मुद्दों अपनी अपनी राय साझा की। सरस्वती कुंज की बैठक में संगठन-संघ- सरकार के बीच बेहतर समन्वय का फार्मूला तय होगा। संघ के सभी अनुषांगिक संगठन अपनी परेशानियों से सरकार और पार्टी को अवगत कराएंगे। इसके बाद बेहतर समर्थन का फार्मूला तैयार होगा।