लखनऊ: हसनगंज क्षेत्र में बीते 27 फरवरी को हुई एटीएम लूट और हत्याकांड के आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इस घटना के आरोपियों को पकड़ने के लिए सीएम ने डीजीपी को 15 दिन का वक्त दिया था, जिसकी मियाद अब खत्म हो गई। वहीं लखनऊ पुलिस मियाद खत्म होने के आखिरी दिन साइकिलिंग ट्रैक की सुरक्षा करती नजर आई। एसएसपी ने राजधानी की सड़कों पर साइकिल चलाई। ऐसे में अल्टीमेटम खत्म होने के बाद सीएम इस मामले में क्या कदम उठाएंगे, सबकी नजरें इसी पर टिकी हैं। वहीं सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ आरोपियों की पहचान को लेकर अभी तक साफ नहीं है। पिछले दो दिनों से पुराने लखनऊ और बाहर के एक शूटर से पूछताछ की जा रही है, लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली ही हैं। वहीं शक के आधार पर गिरफ्तार किए गए बदमाशों से भी कोई खास जानकारी हासिल नहीं हो पाई है।
बताते चलें कि बीती 27 फरवरी को बाइक सवार दो बदमाश एटीएम गार्ड समेत तीन लोगों की हत्या करके 50 लाख रुपए लूटकर ले गए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम ने 15 दिन के अंदर अपराधियों को गिरफ्तार करने का वक्त दिया था। इसके बाद डीजीपी एके जैन ने एसटीएफ, क्राइम ब्रांच, सर्विलांस, एलआईयू समेत 16 टीमों को गठन किया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी हो जाएगी, लेकिन अब तक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। इतना ही नहीं पुलिस को लूटा गया कैश बॉक्स भी चार दिन बाद मिला था।