मधुबनी : बिहार में आज सुबह 5:10 बजे जयनगर से पुरी जाने वाली जयनगर-पुरी एक्सप्रेस खजौली रेलवे स्टेशन के निकट एक बड़े हादसे का शिकार होने से बची। इंजन और बोगियों के बीच के ज्वाइंट (कपलिंग) के अचानक खुल जाने के कारण करीब ढाई किमी तक इंजन आगे-आगे भागता रहा और सभी बोगियां गतिमान होने के कारण उसके पीछे पटरी पर तेज रफ्तार में आती रही। ड्राइवर ने टक्कर के खतरे को भांप सूझबूझ का परिचय दिया और इंजन को बोगियों से अधिक रफ्तार में भगाते हुए सीधे खजौली रेलवे स्टेशन पर लाकर रोका। तब तक पीछे की सभी बोगियां खजौली रेलवे स्टेशन से करीब आधी किमी उत्तर आउटर सिग्नल के निकट बेहटा गांव के पास आकर रुक गईं। इस तरह बड़ा हादसा टल गया। इंजन विहीन बोगियों के रुकते ही आसपास के बड़ी संख्या में लोग वहां जमा हो गए। बोगियों में बैठे यात्री भी जल्दबाजी में बाहर निकले और तब जाकर उन्हें भी मामले की जानकारी मिली।
सुबह का समय होने के कारण सभी यात्री निश्चिन्त हो अपने बोगी में बैठे थे। किन्तु वास्तविकता की जानकारी पा सभी स्तब्ध रह गए। करीब घंटे भर तक खजौली रेलवे स्टेशन पर अफरातफरी का माहौल बना रहा। आउटर सिग्नल के पास रुकी बोगियों और स्टेशन के बीच विभागीय कर्मियों और लोगों का आनाजाना लगा रहा। इस दौरान स्टेशन की पास की तीनों रेल गुमटियां (रेलवे क्रासिंग) बन्द रही । वहां वाहनों की लंबी कतारें लग गई। फिर स्थानीय स्टेशन अधीक्षक द्वारा विभागीय उच्चाधिकारियों से निर्देश प्राप्त कर रेल इंजन को स्टेशन से वापस भेजा गया और उसे बोगियों से जोड़ा गया। तब जाकर करीब एक घंटे बाद यहां से अगले स्टेशन के लिए ट्रेन आगे बढ़ी। इस बाबत पूछे जाने पर स्टेशन अधीक्षक अवधेश कुमार ने बताया कि संभवतः गुमटी नम्बर 28 के पास इंजन व बोगियों की ज्वाइंट, कपलिंग खुल गई। कोई इसमें हताहत नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि करीब 40 मिनट बाद सबकुछ दुरुस्त कर ट्रेन को विदा कर दिया गया।