अगर है डायबिटीज और मोटापा तो लें ज्यादा नींद
लंदन : खूब सोना पसंद करने वाले खुश हो जाएं। नए शोध में पाया गया है कि पर्याप्त नींद से डायबिटीज टाइप-2 और मोटापे की आशंका काफी कम हो जाती है। वहीं रोज 30 मिनट कम सोने वाले इन बीमारियों की चपेट में आसानी से आ जाते हैं। पर्याप्त नींद के मानक उम्र के हिसाब से बदलते रहते हैं, जैसे बच्चों में यह नौ घंटे, वयस्कों में सात घंटे और बुजुर्गों में आठ घंटे होती है। यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टन और कतर स्थित वेल कार्नेल मेडिकल कॉलेज ने मिलकर यह अध्ययन किया है। शोधकर्ता प्रो शाहराद ताहिरी के मुताबिक इस अध्ययन के लिए वैज्ञानिकों ने 552 लोगों की नींद पर निगाह रखी गई। पाया गया कि एक हफ्ते तक जो लोग रोज आधे घंटे भी कम सोते हैं, उनका वजन बढ़ने की आशंका 72 फीसदी ज्यादा हो जाती है। यही समस्या बाद में डायबिटीज टाइप-2 की आशंका बढ़ा देती है। फिर डायबिटीज मरीज को धीरे-धीरे दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और दृष्टिहीनता की ओर ले जाती है। रिपोर्ट में दाव किया गया है कि पर्याप्त नींद से पतली कमर, कम वजन और बेहतर मेटाबोलिज्म जैसे फायदे भी होते हैं।
शोधकर्ताओं के मुताबिक कम नींद से शरीर की जैविक घड़ी बिगड़ जाती है। इससे इन्सुलिन समेत सभी हार्मोन के प्राकृतिक संतुलन में भी गिरावट आती है। छह हफ्ते तक नींद में खलल पड़ता रहे तो शरीर इन्सुलिन का प्रतिरोध करने लगता है। इससे शरीर प्री-डायबिटीज की स्थिति में पहुंच जाता है। कमरे में रखे अंधेरा, सीधे लेटे, कमरे का तापमान न ज्यादा हो न कम, सोने से दो घंटे पहले खाना खाएं, कॉफी से परहेज, घर में सफाई रखें और दिनचर्या नियमित