देहरादून में मंगलवार रात 2 बजे से लगातार बारिश हो रही है। मूसलाधार बारिश से देहरादून शहर और आसपास से अब तक कुल 7 लोगों की मौत की सूचना है। वहीं नाचनी में रामगंगा का जल स्तर बढ़ने से पुल बह गया। आज सुबह करीब 05:30 बजे देहरादून के थाना बसंत विहार को कंट्रोल रूम के माध्यम से सूचना मिली कि शास्त्री नगर खाला क्षेत्र में एक मकान का पुश्ता ढहने से उसमें कुछ लोग दब गए हैं।
उक्त सूचना पर थाना बसंत विहार से पुलिस बल आपदा उपकरणों के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे तथा राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस रेस्क्यू टीम द्वारा आपदा उपकरणों की सहायता से मौके से मलबे को हटाकर उसमें दबे 06 लोगों को निकालकर तत्काल उपचार हेतु दून अस्पताल पहुंचाया गया, जिनमें से 04 लोगों को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया, शेष दो घायलों का वर्तमान में दून अस्पताल में उपचार चल रहा है। वहीं सहसपुर के छरबा गांव में उफनाई बरसाती नदी (शीतला) की चपेट में आकर एक वृद्ध व्यक्ति तेज बहाव में बह गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे नदी से बाहर निकाल लिया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया|
मरने वालों की पहचान संतोष साहनी पुत्र रामचंद्र साहनी निवासी शास्त्रीनगर खाला, वसंत विहार देहरादून, उम्र 35 वर्ष, सुलेखा देवी पत्नी संतोष साहनी, उम्र 30 वर्ष, धीरज कुमार पुत्र संतोष साहनी, उम्र 5 वर्ष और नीरज कुमार पुत्र संतोष साहनी, उम्र 3 वर्ष के रूप में हुई है। सभी तारसराय गुड़िया जिला दरभंगा, बिहार के मूल निवासी है। वहीं प्रमोद साहनी पुत्र सखीलाल साहनी, उम्र 35 वर्ष और जगदीश साहनी, उम्र 70 वर्ष घायल हैं। इनका इलाज दून अस्पताल में चल रहा है।
मोथरोवाला क्षेत्र में दौड़वाला के पास रिस्पना नदी में एक व्यक्ति का शव पड़ा मिला। सूचना पर थाना नेहरू कॉलोनी से पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा। बताया गया कि बुधवार की सुबह डालनवाला क्षेत्र से रिस्पना के तेज बहाव में राजेश पुत्र बलदेव रोड बह गया। रेस्क्यू अभियान चलाकर उसे नदी से निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। वहीं रायपुर में नफीस अहमद पुत्र मुस्तफा अहमद निवासी एलआईजी ब्लाक, एमडीडीए कॉलोनी, उम्र 50 वर्ष, रिस्पना नदी के तेज बहाव में बह गया। पुलिस बल द्वारा तलाश हेतु आसपास के क्षेत्र में रेस्क्यू अभियान चलाया गया। नफीस का शव क्लेमेनटाउन क्षेत्र दूधली की नदी में बह कर आ गया। टीम द्वारा शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
मूसलाधार बारिश से रिस्पना नदी का जल स्तर बढ़ा
मसूरी-देहरादून हाईवे कोल्हुखेत के दोनों ओर 3 घंटे से बंद है। पहाड़ी खिसकने से सड़क पर आए मलवे से हाईवे बंद हो गया है। अभी तक जेसीबी मौके पर नहीं पहुंची है। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। देहरादून से रोजाना मसूरी को होने वाली दूध-सब्जियों की आपूर्ति भी बाधित हुई है।
वहीं देहरादून जिले में भण्डाल गांव कुठाल गेट के पास खाले में मालबा और पानी आ जाने से कुछ लोग फंस गए, जिन्हें रेस्क्यू करने के लिए टीम रवाना हुई। त्यागी रोड पर रेलवे लाइन के पास एक पेड़ गिर गया। जिससे आवाजाही प्रभावित हुई। मंगलवार रात से हो रही मूसलाधार
बारिश से रिस्पना नदी का जल स्तर भी बढ़ गया है।
जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने 11 जुलाई 2018 को तेज आंधी और बरसात को देखते हुए जनपद में स्थित समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों और कक्षा एक से कक्षा 12 तक के समस्त स्कूलों का अवकाश घोषित किया है। वहीं राजधानी के एशियन स्कूल की दीवार भी ढह गई है। देहरादून में बिंदाल पुल पर मौजूद एक हाई वोल्टेज टावर गिर गया, जिससे दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
नाचनी में बहा झूला पुल
पिथौरागढ़ में मूसलाधार बारिश ने काफी तबाही मचाई है। यहां रामगंगा के उफान पर होने के कारण नाचनी में झूला पुल बह गया। यह पुल नाचनी और बागेश्वर को जोड़ता है। राम गंगा का रौद्र रूप देखकर लोगों में दहशत है। रात से लोग डरे-सहमे हैं।
नदी के तेज बहाव में यहां एक जेसीबी और दो कारें बह गई हैं। नाचनी में बिजली के कई पोल बह गए हैं, जिस कारण नाचनी, मुनस्यारी और मदकोट में बिजली गुल है। झूलाघाट में भी महाकाली उफान पर है। नदी अपने साथ टीन गरडर बहा कर लाई। जिससे नदी पर बने पुल पर खतरा मंडरा रहा है।
बागेश्वर के कपकोट में सरयू नदी का पानी काफी बढ़ गया है। यहां भी नदी में कई वाहन बह गए हैं। अगर बारिश इसी तरह जारी रही तो तबाही और ज्यादा बड़ सकती है। उधर, गढ़वाल में बारिश से यमुनोत्री हाईवे डबरकोट और यमुनापुल के पास बंद पड़ा है। मार्ग खोलने के प्रयास जारी हैं।