भारत अमेरिकी दबाव के बावजूद रूस के साथ एस-400 मिसाइल की डील से पीछे नहीं हटेगा भारत
रक्षा मंत्री सीतारमण ने कहा, ‘मैं इसे अमेरिका और रूस में से किसी एक को चुनने के तौर पर नहीं देखती हूं। हमने अमेरिका को बता दिया है कि अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल जिसने हाल ही में भारत की यात्रा की थी। हमने उन्हें बताया था कि हम रूस के साथ नियमित संबंध में हैं। जिसमें रक्षा सौदे भी शामिल हैं, जिसपर हमारी सालों से बातचीत हो रही है।’
अक्टूबर 2015 में यह बात सामने आई थी कि भारत रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम की डील करने वाला है। इस सिस्टम में लड़ाकू विमान, खुफिया प्लेन, मिसाइल और ड्रोन को तबाह करने की क्षमता है। इसके जरिए 400 किमी दूर और 30 किमी तक की ऊंचाई तक दुश्मन की मिसाइल को भी तबाह किया जा सकता है। सीएएटीएसए प्रतिबंध को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ बातचीत करेंगे।
पहले यह मुलाकात 6 जुलाई को होने वाली थी लेकिन इसे अमेरिका ने किन्ही कारणों की वजह से टाल दिया था। अब यह बैठक सितंबर में होगी। वहीं अमेरिका के रक्षा और विदेश मंत्री ने भारत जैसे देशों के लिए सीएएटीएसए में छूट की मांग की है। भारत और अमेरिका संचार, अनुकूलता और सुरक्षा व्यवस्था जैसे मिलिटरी पैक्ट पर भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।