लुटेरी दुल्हन और उसका साथी गिरफ्तार, कई लोगों को बनाया शिकार
बांदा : तीन दिन तक पत्नी बनने के बाद फिर ससुराल का माल समेटकर गायब होने वाली लुटेरी दुल्हन पुलिस के हत्थे चढ़ गई। पुलिस ने लुटेरी दुल्हन के साथ ही उसके एक मददगार को भी गिरफ्तार किया है। बांदा में पुलिस ने उस लुटेरी दुल्हन को गिरफ्तार किया है, जो अब तक एक दर्जन से अधिक लोगों को ठग चुकी है। तीन दिनों तक पत्नी बनने के बाद गायब होने वाली यह दुल्हन नया शिकार तलाश लेती थी। दर्जन भर लोगों के साथ सात फेरे लेने वाली लुटेरी दुल्हन का नाम उर्मिला ठाकुर है। छत्तीसगढ़ के कोरबा में रहने वाली इस लुटेरी दुल्हन ने अपना गैंग तैयार रखा था। अपने गैंग के सदस्यों के साथ यह लोगों को लूटती थी।बांदा में लुटेरी दुल्हन को उसके गैंग के सदस्य के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लुटेरी दुल्हन और गैंग ऐसे युवकों को अपना शिकार बनाता था, जिनकी शादी नहीं हो रही होती है। गैंग सदस्य ऐसे लोगों से संपर्क कर उनसे मोटी रकम ऐंठ कर अपनी गैंग मेंबर से शादी कराते थे फिर तीन दिन बाद उनके घर से जेवर समेटकर फरार हो जाते थे या फिर गैंगरेप के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर उसको ब्लैकमेल करते थे।
बांदा में ही पिछले दो महीने में इस गैंग ने दो लोगों को अपना शिकार बनाया। छत्तीसगढ़ के कोरबा में रहने वाली लुटेरी दुल्हन उर्मिला ठाकुर के जाल में बांदा के घनश्याम तिवारी फंस गए, जो काफी दिनों से शादी के लिए लड़की की आस देख रहे थे। घनश्याम की मुलाकात गैंग की साध्वी मालती शुक्ला, ममता द्विवेदी और निरंजन से हुई। जिन्होंने गैंग की घनश्याम तिवारी की शादी उर्मिला करवाई। शादी कराने के एवज में घनश्याम ने इनको 50 हजार हजार रूपये भी दिए थे। शादी के बाद लुटेरी दुल्हन उर्मिला तीन दिन घनश्याम के साथ रही। तीन दिन बाद प्लानिंग के तहत गैंग का सदस्य कुलदीप वहां आ धमका और निर्मला को पत्नी बताकर घनश्याम से एक लाख रुपए की मांग की। इसके बाद मामला कोतवाली तक पहुंचा गया। जिस पर लुटेरी दुल्हन निर्मला और उसके तथाकथित पति कुलदीप ने पुलिस के सामने जबरन शादी कराने और गैंगरेप जैसे फर्जी आरोप लगाकर घनश्याम को ही हवालात पहुंचा दिया। जब मामला एसपी बांदा शालिनी तक पहुंचा तो उन्होंने इस मामले की तहकीकात शुरू की। इसी दौरान इस गैंग का एक और शिकार बांदा के गिरवां इलाके के दिनेश पाण्डेय भी एसपी से मिले और अपनी कहानी बयां की। इस गैंग ने उन्हें एक महीने पहले ही अपना शिकार बनाया था।
पीड़ित दिनेश पांडेय को भी इस गैंग ने एक माह पहले अपना शिकार बनाया था। उर्मिला ठाकुर की दिनेश पांडेय के साथ शादी कराई गई। इसके बाद उर्मिला शादी की तीसरी रात लाखों रूपये के जेवर फरार हो गई। पुलिस ने आरोपी उर्मिला और उसके साथियों को हिरासत में लेकर पीडि़तों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले पर सीओ सिटी का कहना है कि छत्तीसगढ़ के कोरबा से गैंग संचालित हो रहा है। प्रांरम्भिक जांच में पता चला है कि इस गैंग में लंबी चेन है। जो विभिन्न शहरों में लोगों को शादी कराने के नाम पर फंसाते हैं और उनसे ठगी करते हैं। पुलिस को छत्तीसगढ़ से अन्य लड़कियों को भी बांदा भेजने की बात पता चली है। पुलिस जांच करने के साथ धोखाधड़ी कर लूटे गए जेवर व पैसे बरामद करने का प्रयास कर रही है। शादी का झांसा देकर ठगी करने का मामला तीन दिन पहले प्रकाश में उस समय आया जब छत्तीसगढ़ की महिला उर्मिला ने कथित पति कुलदीप के साथ कोतवाली में जाकर यह आरोप लगाया कि काशीराम कालोनी निवासी ममता ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर 50 हजार रुपये में बेचकर शहर में शादी कर दी थी।
इसके बाद उसके दूसरे पति व उसके भाई ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। महिला के साथ संगीन अपराध का मामला सामने आने पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर चार आरोपितों को जेल भेज दिया था। इस मामले के एक दिन बाद ही उसी महिला के अजरुनाह गांव के एक और पति के होने का मामला सामने आया। उसके परिजनों ने एसपी कार्यालय जाकर पुलिस अधिकारियों को बताया कि उर्मिला नाम की महिला ने एक लाख रुपये लेकर उनके यहां भी शादी की है। इसके बाद वह पुलिस लेकर घर पहुंची थी। मामला ठगी का सामने आने पर पुलिस ने आरोपित महिला व उसके कथित पहले पति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया तो मामला छत्तीसगढ़ के एक जालसाज गिरोह का सामने आया। सीओ सिटी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि गिरवां निवासी ठगी के शिकार पति की तहरीर पर आरोपित महिला उसके पति, चित्रकूट निवासी ज्योति कुमारी उसके ससुर बद्री प्रसाद व खोही गांव के अशोक द्विवेदी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरोह के लोग जिनकी शादी नहीं होती थी उनको अपने झांसे में लेकर फंसाकर जेवर व रुपयों की ठगी करते रहे हैं। इसमें अन्य बड़े लोगों का की हाथ होना लग रहा है। जेल भेजी गई आरोपित महिला शहर में गिरोह चलाने वाली सक्रिय सदस्य है।