कछवां (मिर्जापुर) : तुलापुर गांव में महिला ने रविवार की रात एक महिला ने दो बच्चों के साथ कीटनाशक खा लिया। तीनों को अस्पताल ले जाया गया यहां डॉक्टर ने बच्चों को मृत घोषित कर दिया। साथ ही महिला को वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। सुबह एएसपी सिटी और सीओ सदर ने मौके की पड़ताल की। मौके पर मिले चावल, दाल, दूध और गिलास को सील करवाकर जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भेजा गया। पुलिस ने बताया कि पारिवारिक कलह की वजह से महिला ने ऐसा कदम उठाया है। गांव की रागिनी (30) पत्नी अजीत नाई की शादी को आठ वर्ष हुए हैं। छह कमरे वाले पक्के मकान में रागिनी अलग कमरे में रहती है। पुलिस के अनुसार रागिनी का ससुराल वालों से आए दिन अनबन होता था। रविवार की शाम भी सास, ससुर से रागिनी का विवाद हुआ था। इसके बाद वह दोनों बच्चों गोल्डी (06) और मयंक (04) के साथ कमरे में चली गई। रात ग्यारह बजे उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर परिवार के लोग मौके पर पहुंचे तो वह तड़प रही थी और दोनों बच्चे बेसुध पड़े थे। पूछने पर बताया कि बैगन में प्रयुक्त होने वाला कीटनाशक बच्चों को खिलाने के बाद खुद खा लिया है। इसके बाद परिजन तीनों को कछवां क्रिश्चियन अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने बच्चों को मृत घोषित कर महिला को रेफर कर दिया। रागिनी को रात में ही वाराणसी के अमरा चौक पेट्रोल पंप के पास कल्पना हास्पिटल पहुंचाया गया। यहां उसकी अब भी हालत गंभीर बनी है। थानाध्यक्ष डीके राय ने बताया कि महिला ने पारिवारिक कलह से ऊबकर आत्मघाती कदम उठाया है। दोनों बच्चों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। सोमवार की सुबह दस बजे एएसपी अजय सिंह, सीओ सदर सर्वजीत शाही गांव में पहुंचे। उन्होंने घर में मिले चावल, दाल, दूध, दूध के बोतल, ग्लास को शील करवा कर फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजवाया।
छह कमरों वाले पुश्तैनी मकान में रागिनी उसका पति और बच्चों के अलावा ससुर छोटेलाल व सास लालमणि, जेठ अजय और उसके परिवार के सदस्य अलग-अलग कमरे में रहते हैं। रागिनी का परिवार नीचले कमरे में रहता है। पति ने अदनपुर जलालपुर में सैलून खोल रखा है। हर दिन वह सुबह खाना खाकर दुकान पर चला जाता है और दोपहर में खाना खाने के लिए आता है। इसके बाद रात में नौ बजे के बाद घर लौटता है। रविवार का दिन होने के कारण अजीत को घर लौटने में देर हो गई थी।