राहुल गाँधी को प्रधानमंत्री बनने की बहुत जल्दी है इसलिये मेरी सीट के पास आ गये : मोदी
नई दिल्ली : संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब में कहा कि अविश्वास प्रस्ताव हमारे लोकतंत्र की महत्वपूर्ण शक्ति का परिचायक है। भले यह प्रस्ताव टीडीपी की ओर से आया हो, लेकिन उनके साथ जुड़े हुए कुछ माननीय सदस्यों ने प्रस्ताव का समर्थन करते हुए अपनी बात कही है और एक बहुत बड़ा वर्ग है जिसने प्रस्ताव का विरोध करते हुए अपनी बात कही है। उन्होंने सदन से इस प्रस्ताव को खारिज करने का आग्रह करते हुए कहा कि जिस तरह 30 वर्षों बाद देश में पूर्ण बहुमत से बनी सरकार ने तेज गति से काम किया है उसे करने दें। उन्होंने कहा कि यह कैसी नकारात्मक राजनीति है, कैसा विरोध का भाव है। कैसे नकारात्मक राजनीति ने कुछ लोगों को घेर कर रखा है और उन सबका चेहरा निखर कर के सज धज कर के बाहर आया है। मोदी ने कहा कि यह अविश्वास प्रस्ताव आया क्यों ? न संख्या है ना सदन में बहुमत है फिर भी ले आये। मोदी ने कहा कि अगर चर्चा की तैयारी नहीं थी और समय मांग रहे थे कि 48 घंटे के लिए इसे टाल दें तो इसे लाये क्यों। उन्होंने कहा कि ना मांझी, ना रहबर, ना हक में हवाएं, है कश्ती भी जर्जर है, ये कैसा सफर है। उन्होंने कहा कि यह सब इन लोगों ने अहंकार के कारण किया। इनका एक ही उद्देश्य है- मोदी हटाओ।
राहुल गांधी को दिया तगड़ा जवाब
मोदी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि जिन लोगों को यहां प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुँचने की जल्दी है वह चर्चा के बीच में ही यहां प्रधानमंत्री के आसन तक आ गये और उठो उठो कहने लगे। मोदी का परोक्ष इशारा राहुल गांधी की ओर था जिन्होंने आज अपना भाषण समाप्त करने के बाद प्रधानमंत्री के पास जाकर उन्हें गले से लगा लिया। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि कुछ लोग कह रहे थे कि मैं अगर बोलूंगा तो प्रधानमंत्री 15 मिनट तक खड़े नहीं रह पायेंगे वह देख लें कि मैं यहां खड़ा भी हूँ और चार साल तक जो काम किया है उस पर अड़ा भी हूँ। उन्होंने कहा कि यहां कहा गया कि प्रधानमंत्री मेरी आंख में अपनी आंख नहीं डाल सकते। मोदी ने कहा कि हम कौन होते हैं जो कि आपकी आंख में आंख डाल सकें। हम गरीब मां के बेटे हैं, पिछड़ी जाति के परिवार में पैदा हुए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने आपकी आंख में आंख डालने की कोशिश की उनके साथ आपने क्या किया यह देश जानता है। मोराराजी देसाई, सरदार पटेल, चंद्रशेखर, चौधरी चरण सिंह और प्रणब मुखर्जी ने आपकी आंख में आंख डालने की कोशिश की थी उनका क्या अंजाम हुआ। उन्होंने कहा कि आंखों में आंख डालने वालों की आंखों की हरकतों को आज पूरे देश ने देखा कि कैसे आंखें टिमटिमायी जा रही हैं। मोदी ने कहा कि यह सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं है बल्कि कांग्रेस का अपने साथियों की परख का टेस्ट है। इस प्रस्ताव के बहाने कांग्रेस ने अपने कुनबे को जमाने की कोशिश की है। एक मोदी को हटाने के लिए जिसके साथ कभी कोई संबंध नहीं रहा उसके साथ भी संबंध जोड़े जा रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा कि जब भी अपने साथियों की परीक्षा लेनी है तो जरूर लीजिये लेकिन अविश्वास प्रस्ताव का बहाना मत बनाइये। मोदी ने कहा, ‘हम यहां इसलिए हैं क्योंकि हमारे पास संख्या बल है, हम यहां इसलिए हैं क्योंकि सवा सौ करोड़ देशवासियों का समर्थन हमें प्राप्त है। अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए देशवासियों के दिये आशीर्वाद पर अविश्वास मत कीजिये। बिना तुष्टिकरण किये, बिना वोट बैंक की राजनीति किये, सबका साथ सबका विकास मंत्र पर हम काम करते रहे हैं। पिछले चार वर्ष में हमने जनहित के कई कार्य किये।’
सरकार की उपलब्धियां गिनाईं
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने जन धन योजना के तहत गरीबों का अकाउंट खुलवाया, उज्ज्वला योजना के तहत गरीबों को एलपीजी गैस दी, आने वाले दिनों में आयुष्मान योजना के तहत बीमारी के वक्त पांच लाख रुपये देने का आश्वासन इस सरकार ने दिया है। उन्होंने कहा कि हम 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य पर एक के बाद एक कदम आगे बढ़ा रहे हैं लेकिन उस पर भी इनको विश्वास नहीं है। मोदी ने कहा कि हमारी सरकार आने से पहले एलईडी बल्ब 350 या 400 रुपये तक बिकता था लेकिन आज उसकी कीमत 45 या 50 रुपये तक पहुँच चुकी है और लगभग 100 करोड़ एलईडी बल्ब अब तक बिक चुके हैं।
देश की आर्थिक स्थिति में सुधार के दावे
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके जमाने में मोबाइल फोन बनाने की भारत में दो फैक्ट्रियां थीं लेकिन आज हमारी नीतियों के चलते 120 मोबाइल फोन फैक्ट्रियां थीं। साथ ही प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से लोगों को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त हुए लेकिन इन विपक्ष के लोगों को इस पर भी विश्वास नहीं होता। प्रधानमंत्री ने कहा कि ईज ऑफ डुइंग बिजनेस में भारत की रैंकिंग में जबरदस्त सुधार हुआ है और नवोन्मेष के क्षेत्र में भी भारत की रैंकिंग सुधरी है लेकिन इन लोगों का इस पर भी विश्वास नहीं है।
बेनामी संपत्ति कानून
मोदी ने कहा कि बेनामी संपत्ति का कानून सदन ने पारित किया जबकि पिछली सरकारों ने इसे वर्षों तक लटकाये रखा। उन्होंने जानकारी दी कि अब तक इस कानून के तहत चार साढ़े चार हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गयी है। इस बात पर भारत को विश्वास है, दुनिया को विश्वास है लेकिन इन लोगों को विश्वास नहीं है।
कांग्रेस को खुद पर है अविश्वास
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि दरअसल कांग्रेस को खुद पर अविश्वास है, यह अविश्वास से घिरे हुए हैं, इन्हें स्वच्छ भारत, योग दिवस, ईवीएम, चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट पर भी विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि यह अविश्वास इसलिए बढ़ गया क्योंकि जो लोग अपना ही गुणगान सुनते रहने के आदी थे उन्हें जब हार मिलने लगी, भ्रष्टाचार पर जब चोट होने लगी, जब कोर्ट कचहरी में उन्हें भी पेश होना पड़ा तो यह अविश्वास बढ़ गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजकल शिवभक्ति की बातें होती हैं। मैं भगवान शिव से कामना करता हूँ कि वह आपको इतनी शक्ति दें कि 2024 में आप फिर से अविश्वास प्रस्ताव ले आयें। मेरी आपको शुभकामना है।
डोकलाम मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा
प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां डोकलाम की बात हुई लेकिन जब देश की बात हो तब ऐसे विषयों पर बोलने से पहले सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब डोकलाम को लेकर सारा देश एकजुट था तब यह चीनी राजदूत के साथ जाकर बैठ गये थे। यही नहीं कांग्रेस ने इस पर कभी हां कभी ना वाली स्थिति बनाये रखी। उन्होंने कहा कि देश के मामलों में गंभीरता होनी चाहिए, क्या हर जगह बचकाना हरकतें करते रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां राफेल के मुद्दे का जिक्र किया गया और चीख चीखकर के देश को गुमराह करने का प्रयास किया गया। इसके लिए देश कभी माफ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि इस सदन में लगाये गये आरोप पर दोनों देशों को बयान जारी करना पड़ा। उन्होंने कहा कि सत्य का गला घोंटने की कोशिश का हर बार जनता ने जवाब दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं देशवासियों को यह भरोसा दिलाना चाहता हूँ कि यह समझौता दो व्यापारियों के बीच नहीं बल्कि दो देशों के बीच पूरी पारदर्शिता के साथ हुआ है।
सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस को लिया आड़े हाथ
उन्होंने कहा कि देश के सेनाध्यक्ष के खिलाफ जिस प्रकार की भाषा का उपयोग किया गया उससे हर सैनिक को गहरी चोट पहुँची होगी। जो देश की भलाई के लिए काम करते हैं उस सेना के जवान के पराक्रम को स्वीकार करने का इनमें साहस नहीं है। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक कहने वालों को देश माफ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि अगर आपको गाली देनी है तो मोदी खड़ा है लेकिन देश के जवानों को गाली बर्दाश्त नहीं करेंगे।
सोनिया पर भी बोला करारा हमला
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने पीढ़ी दर पीढ़ी अविश्वास प्रस्ताव जैसी संवैधानिक व्यवस्था का दुरुपयोग किया है और इनकी वजह से गैर कांग्रेसी सरकारों को गिरा कर देश पर चुनाव थोपे गये हैं। अहंकार देखिये कि अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस स्वीकार होने के बाद इनके नेता कह रहे थे कि कौन कहता है हमारे पास नंबर नहीं है। मोदी ने कहा कि इस बार भी यह बहुमत वाली सरकार को गिराने का षड्यंत्र रच रहे थे।
तीन तलाक मुद्दा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को तो आगे बढ़ा ही रही है लेकिन साथ ही मुस्लिम बहनों के साथ भी मजबूती के साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भीड़ द्वारा की जा रही हिंसा बिलकुल गलत है और मैं राज्य सरकारों से आग्रह करता हूँ कि ऐसी घटनाओं पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाये। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस देश में रोजगार को लेकर बहुत से भ्रम फैलाये जाते हैं। इन लोगों के पास कोई आंकड़े नहीं हैं लेकिन इधर उधर की बातें करते हैं। उन्होंने कहा कि संगठित क्षेत्र में कर्मचारियों की संख्या को मापने का तरीका है ईपीएफ में कर्मचारियों की संख्या। इसमें ईपीएफ और एनपीएफ में पिछले 9 महीनों में 50 लाख से ज्यादा लोग रोजगार से जुड़े हैं और यह संख्या पूरे साल में 70 लाख से भी ज्यादा होगी।
जीएसटी को लेकर भी कांग्रेस को घेरा
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की संप्रग सरकार ने ही जीएसटी से पेट्रोलियम पदार्थों को बाहर रखने का निर्णय लिया था। लेकिन इनको यह पता ही नहीं है क्योंकि यह परिवार के बाहर की बात ही नहीं जानते। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम चौकीदार हैं भागीदार भी हैं लेकिन आपकी तरह सौदागर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का एक ही मंत्र है कि या तो हम सत्ता में रहेंगे या फिर देश में अस्थिरता रहेगी। इन लोगों की ओर से अफवाहें फैलायी जाती हैं, झूठ फैलाया जाता है। टेक्नॉलाजी की मदद से अफवाहें फैलायी जाती हैं कि आरक्षण खत्म हो जायेगा, दलितों की सुविधाएं खत्म हो जाएंगी जैसी झूठी बातें फैलाकर चुनाव जीतने का शॉर्टकट ढूंढ़ते हैं और देश को हिंसा की आग में झोंक देते हैं।
आंध्र प्रदेश के विभाजन का मुद्दा उठाया
प्रधानमंत्री ने कहा कि 18 साल पहले अटल बिहारी वाजपेयी ने तीन राज्यों का गठन किया- उत्तराखण्ड, झारखण्ड और छत्तीसगढ़। संसाधनों के आवंटन को लेकर कभी कोई विवाद नहीं हुआ और मिल जुलकर मामले सुलझा लिये गये और आज यह तीनों राज्य तेजी से तरक्की कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश के लोगों को विश्वास में लिये बिना राज्यसभा के दरवाजे बंद करके यहां जोर जबरदस्ती से तेलंगाना बना दिया। यह सोच कर कि एक राज्य जायेगा तो दूसरा आ जायेगा लेकिन दोनों ही राज्य हाथ नहीं आये। उन्होंने कहा कि संसाधनों का बंटवारा आप लोगों ने ऐसा किया कि विवाद आज भी चल रहा है।
बैंकों के एनपीए को लेकर कांग्रेस पर हमला
प्रधानमंत्री ने कहा कि बैंकों के एनपीए की कहानी 2008 से शुरू हुई क्योंकि लोकसभा चुनावों में एक साल का समय बचा था। तब कांग्रेस को लगा था कि बैंकों को जितना खाली कर सकते हैं खाली कर दिया जाये इसलिए बैंकों से बड़े लोन बांटे जाने लगे। प्रधानमंत्री ने बताया कि 60 साल में बैंकों की ओर से 18 लाख करोड़ का लोन बांटा गया लेकिन 2008 से 2014 तक बैंकों की ओर से 52 लाख करोड़ रुपये का लोन दिया गया। उन्होंने कहा कि दुनिया में इंटरनेट बैंकिंग बाद में आयी लेकिन कांग्रेस में इन्होंने टेलीफोन बैंकिंग शुरू की और इसी का कमाल था कि अपने चहेते लोगों को बैंकों का खजाना लुटा दिया गया।