उप्र में फर्जी शिक्षा बोर्ड का भंडाफोड़ , 15 गिरफ्तार
लखनऊ (दस्तक ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ ) ने ‘माध्यमिक शिक्षा परिषद मध्यभारत (ग्वालियर) मध्य प्रदेश’ नाम से फर्जी शिक्षा बोर्ड का गठन कर छात्रों से पैसे लेकर उन्हें फर्जी अंकतालिकाएं व प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर सरगना सहित 15 लोगों को गिरफ्तार किया। एसटीएफ ने कासगंज संभल और गाजियाबाद से शनिवार को सरगना गंगा दयाल शाक्य सहित 15 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से भारी मात्रा में बने अधबने अंकपत्र प्रमाणपत्र और प्रवेश फॉर्म सहित तमाम फर्जी दस्तावेज और उपकरण बरामद किए। एसटीएफ के प्रमुख मुकुल गोयल ने रविवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि हमें सूचना मिली कि एक संगठित गिरोह सक्रिय है जो माध्यमिक शिक्षा परिषद मध्यभारत (ग्वालियर) के नाम से फर्जी शिक्षा बोर्ड का गठन कर छात्रों से धन लेकर कक्षा 10वीं व 12वीं की फर्जी अंकतालिकाएं व प्रमाणपत्र उपलब्ध करा रहा है। गोयल ने कहा कि शुरुआती जांच में सामने आया कि गिरोह कासगंज संभल एवं गाजियाबाद से संचालित हो रहा है लेकिन अपना मुख्य कार्यालय ग्वालियर मध्यप्रदेश में बनाया हुआ है। गोयल ने कहा कि इस गिरोह ने देश के 22 राज्यों में करीब 600 स्कूलों को फर्जी मान्यता देकर करोड़ों रुपये कमाए। बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से विद्यालयों को मान्यता प्रदान करने के लिए 54 हजार रुपये लिए जाते थे जिसमें से 10 हजार दलाल को दिया जाता था। हर छात्र से 5000 से 10000 तक वार्षिक फीस ली जाती थी। उन्होंने कहा कि इस गिरोह का नेटवर्क देश के कई राज्यों में फैला हुआ है और इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां होंगी।