NRC ड्राफ्ट को लेकर ममता ने कहा कहा- देश में इससे होगा खूनखराबा, गृहयुद्ध जैसे हालात
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (NRC) में करीब 40 लाख लोगों के नाम न होने को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि इससे देश में गृहयुद्ध की स्थिति पैदा हो जाएगी. उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित कदम बताया.
ममता ने कहा, ‘हम ऐसा नहीं होने देंगे. बीजेपी लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. इससे देश में गृहयुद्ध की स्थिति बन जाएगी, खूनखराबा होगा.’
इसके साथ ही कहा कि इस मुद्दे को लेकर वह सभी विरोधी दलों से मुलाकात करेंगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ममता बनर्जी ने राम जेठमलानी के आवास पर जाकर यशवंत सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा और अरुण शौरी से मुलाकात की.
इससे पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी की तानाशाही पश्चिम बंगाल में नहीं चलेगी. ममता बनर्जी ने कहा, वह कौन होते हैं पश्चिम बंगाल का भविष्य तय करने वाले?
बंगाल में एक लोकतांत्रिक सरकार है और हम यह सब बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल की सत्ता में आने के बाद ही बीजेपी NRC को लागू करने की सोचे. ममता यही नहीं रुकीं. उन्होंने आगे कहा कि वह बंगाल और अब हिंदुस्तान में भी कभी नहीं आएंगे. साथ ही उन्होंने बताया कि एनआरसी मुद्दे पर मैंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से वक्त मांगा है.
राजनाथ से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि गृह मंत्री ने आश्वासन दिया है कि किसी के साथ अन्याय नहीं होगा.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं यह देखकर हैरान हूं कि एनआरसी के असम ड्रॉफ्ट में पूर्व राष्ट्रपति फखरूद्दीन अली अहमद के परिवार का नाम नहीं है. ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिनका नाम सूची में नहीं है.
पीएम पद को लेकर ममता बनर्जी ने कहा कि मैं बहुत साधारण कार्यकर्ता हूं. मुझे एक साधारण इंसान की तरह काम करने दीजिए. हम सब एक्टिव लीडरशिप चाहते हैं और हम मिलकर साथ काम करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि यह जनता तय करेगी कि देश का पीएम कौन होगा.