लखनऊ

अन्तर्राष्ट्रीय साँस्कृतिक ओलम्पियाड ‘सेलेस्टा इण्टरनेशनल-2018’ का उदघाटन


लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अलीगंज (प्रथम कैम्पस) द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय साँस्कृतिक ओलम्पियाड ‘सेलेस्टा इण्टरनेशनल-2018’ का भव्य उदघाटन बृहस्पतिवार को सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में हुआ। मुख्य अतिथि बृजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री, विधायी, न्याय और राजनीतिक पेंशन, उ.प्र. ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का विधिवत उदघाटन किया। इस अवसर पर श्रीलंका, बांग्लादेश एवं भारत के विभिन्न राज्यों से पधारे लगभग 500 छात्रों की उपस्थिति ने समारोह को हर्षोल्लास से परिपूर्ण कर दिया जबकि सी.एम.एस. छात्रों ने देश-विदेश से पधारी छात्र टीमों के सम्मान में शिक्षात्मक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों की इन्द्रधनुषी छटा प्रदर्शित कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। विदित हो कि सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) के तत्वावधान में ‘सेलेस्टा इण्टरनेशनल-2018’ का आयोजन 9 से 12 अगस्त तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में किया जा रहा है, जिसमें देश-विदेश के प्रतिभागी छात्र विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं जैसे आर्ट एण्ड पेन्टिंग, थ्री-डी कोलाज, कोरियोग्राफी, ट्रेडीशनल लोकनृत्य, आर्केस्ट्रा एवं समूह गान आदि में अपने हुनर का प्रदर्शन कर रहे हैं। उदघाटन समारोह में देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों के विशाल जन-समूह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि बृजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री, विधायी, न्याय एवं राजनीतिक पेंशन, उ.प्र. ने कहा कि सी.एम.एस. अलीगंज कैम्पस ने विभिन्न देशों के छात्रों को साँस्कृतिक व साहित्यिक प्रतियोगिताओं के लिए एक ग्लोबल मंच पर एकत्रित किया है, जिसके लिए मैं विद्यालय को बधाई देता हूँ।

विद्यालय का यह अनूठा प्रयास है जब एक ही मंच पर विभिन्न देशों की संस्कृतियों की झलक देखने को मिलगी और अनेकता में एकता का अनूठा दृश्य उपस्थित होगा। यही वह भावना है जो सारी दुनिया को एक सूत्र में जोड़ने में सहायक होगी। श्री पाठक ने आगे कहा कि गीत संगीत और नृत्य केवल मनोरंजन की वस्तु नहीं, अपितु यह मनुष्य की आत्मा को बल प्रदान करता है और इन्सान का पदार्पण बुराइयों से अच्छाइयों की ओर होता है। सामाजिक उत्थान में ऐसे रचनात्मक आयोजनों की महती आवश्यकता है। इससे पहले, ‘सेलेस्टा इण्टरनेशनल-2018’ में नृत्य, गायन व कलात्मक प्रतिभा का जलवा बिखेरने लखनऊ पधारे विभिन्न देशों के छात्र आज अपरान्ह सत्र में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से रूबरू हुए एवं इस अनूठे अन्तर्राष्ट्रीय आयोजन पर खुलकर अपने विचार व्यक्त किए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुजाता विद्यालय, कोलम्बो, श्रीलंका से पधारे छात्रों ने कहा कि इस साँस्कृतिक व साहित्यिक मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए हम सभी लालायित हैं। हमें विश्वास है कि सेलेस्टा की प्रतियोगिताएं हमारे प्रतिभा विकास में मददगार होंगी, साथ ही हमें विभिन्न देशों के छात्रों से दोस्ती करने का अवसर भी मिलेगा। स्काॅलिस्टिका, ढ़ाका, बांग्लादेश से पधारे छात्रों ने कहा कि गीत-संगीत और नृत्य केवल मनोरंजन की वस्तु नहीं है अपितु इसके माध्यम से व्यक्ति के चिन्तन, मनन और सोच को रचनात्मक दिशा में मोड़ा जा सकता है। ये छात्र सेलेस्टा की प्रतियोगिताओं में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए उत्साहित दिखे। राॅयल इण्टरनेशनल स्कूल, श्रीलंका ने छात्रों ने विश्वास व्यक्त किया कि वे प्रतियोगिताओं में अपनी सर्वोच्च योग्यता का प्रदर्शन कर पायेंगे और कई इनाम जीतकर लौटेंगे। इसी प्रकार देश-विदेश से पधारे छात्रों का कहना था कि प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्रों की बहुमुखी प्रतिभा की परख तो होगी ही, साथ ही इससे मेलजोल और भाई-चारे की भावनाओं का भी विकास होगा। सेलेस्टा छात्रों की बहुमुखी प्रतिभा को निखारने का सशक्त माध्यम है साथ ही विभिन्न देशों के छात्रों के बीच सौहार्द व मैत्री की भावना को ब़ढ़ावा देने वाला अन्तर्राष्ट्रीय मंच है।

‘सेलेस्टा इण्टरनेशनल-2018’ की संयोजिका व सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या ज्योति कश्यप ने कहा कि इस साँस्कृतिक ओलम्पियाड को आयोजित करने का उद्देश्य भावी पीढ़ी की बहुमुखी प्रतिभा के विकास के साथ ही उनके मानवीय एवं आध्यात्मिक दृष्टिकोण को विकसित करना है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह ओलम्पियाड देश-विदेश के छात्रों में सरसता, करुणा एवं शान्ति की भावना संचारित करने का सशक्त माध्यम साबित होगा और यही भावनाएं विश्व एकता व विश्व शान्ति की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि एकता, शान्ति, प्रेम, भाई चारा, सर्व-धर्म समानत्व व आपसी सहयोग, क्षेत्रीय व संकुचित राष्ट्रीयता से छुटकारा, गोरे काले का भेद रहित समाज स्थापित करना ही इस आयोजन का मूल उद्देश्य है। जब तक इन कुरीतियों से संसार को मुक्त नहीं किया जायेगा तब तक सपनों के संसार की सुखद अनुभूति नहीं हो सकती है। डा. गाँधी ने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय साँस्कृतिक ओलम्पियाड के माध्यम से सी.एम.एस. अलीगंज कैम्पस बच्चों को एकता, सहिष्णुता, प्रेम और शान्ति की शिक्षा देने का प्रयास कर रहा है। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरिओम शर्मा ने बताया कि सेलेस्टा इण्टरनेशनपल-2018 के अन्तर्गत प्रतियोगिताओं का दौर कल प्रातः 10 बजे से प्रारम्भ हो जायेगा जो कि 12 अगस्त को पुरस्कार वितरण समारोह के साथ सम्पन्न होगा। कल होने वाली प्रतियोगिताओं में समूह गान, आर्ट एण्ड पेन्टिंग एवं परम्परागत लोकनृत्य प्रमुख हैं।

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